देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की स्थिति अत्यंत चिंताजनक

नई दिल्ली. देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी की हालत चिंताजनक बनी हुई है. उनका इलाज दिल्ली के पास धौलाकुआं स्थिति सैनिक अस्पताल आर आर में हो रहा है. पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी मस्तिष्क में जमे खून के थक्के को हटाने के लिए की गई सर्जरी के बाद से वह वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं. आर्मी रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल के अनुसार सर्जरी के बाद से उनकी हालत में कोई सुधार नहीं दिख रहा है और अभी उनकी हालत नाजुक बनी हुई है.

सर्जरी से पहले 84 साल के मुखर्जी का कोरोना वायरस टेस्ट भी पॉजिटिव पाया गया था. मंगलवार शाम को आर्मी रिसर्च ऐंड रेफरल अस्पताल ने बयान जारी कर जानकारी दी कि उनकी हालत अब भी गंभीर बनी हुई है. बयान में कहा गया, 'ब्रेन सर्जरी के बाद से उनकी हालत में कोई सुधार नहीं दिखा है. वह अब भी वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं. उन्होंने सोमवार को ट्वीट किया था, 'एक अलग प्रक्रिया के लिए अस्पताल आया हूं और यहां मेरा कोविड-19 परीक्षण पॉजिटिव आया है.
पिछले सप्ताह मेरे संपर्क में आए लोगों से मैं अनुरोध करता हूं कि वे स्वयं को आइसोलेट कर लें और कोविड-19 का परीक्षण कराएं.' मुखर्जी के यह खबर साझा करते ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कहा, 'पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी दा के कोविड-19 पॉजिटिव होने की खबर सुनकर चिंतित हूं. मेरी प्रार्थनाएं उनके और उनके परिवार के साथ हैं. मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं.'
मेडिकल बुलेटिन के मुताबिक, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को दिल्ली कैंट के आर्मी हॉस्पिटल में 10 अगस्त को 12.07 बजे गंभीर हालत में भर्ती किया गया था. उनकी चिकित्सकीय जांच में उनके दिमाग में बड़ा सा थक्का नजर आया जिसके लिए उनकी आपातकालीन सर्जरी की गई. सर्जरी के बाद उनकी हालत नाजुक बनी हुई है.

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