सीबीआई ने जारी किया अलर्ट, मार्केट में बिक रहे विषैले सैनिटाइज़र, सैनिटाइजर खरीदते समय ध्यान रखे ये बातें.

कोरोना वायरस का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है, कोरोना के से बचने के लिए हाथों को बार-बार धोना और सैनिटाइज़र लगाना एक अनिवार्य काम बन गया है,

कुछ लोग अपने फायदे के लिए नकली सैनिटाइज़र बेच रहे हैं, सैनिटाइज़र की मांग में बढ़ोत्तरी होने के बाद इसकी धड़ल्ले से बिक्री हो रही है। मुनाफेखोर अपने फायदे के लिए ग्राहकों को विषैले मिथेनॉल से बने हैंड सैनिटाइज़र बेच रहे हैं, जो आपको बीमारी से बचाने की जगह और बीमार बना रहा है।केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो यानी सीबीआई (CBI) से जो जानकारी प्राप्त हुई है,
उसके आधार पर देशभर की पुलिस और कानून लागू करने वाली एजेंसियों को अलर्ट जारी किया गया है। इस मामले में सीबीआई ने पहली बार अलर्ट जारी किया है। सीबीआई के मुताबिक, देशभर में ऐसे सैनिटाइज़रों को बेचा जा रहा है जो काफी हार्ड हैं और जिसमें विषैले मिथेनॉल का अधिक मात्रा में उपयोग किया गया है। यह कैमिकल इंसानों के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है।
बिक रहे विषैले सैनिटाइज़र
वहीं मार्केट में कई ऐसे सैनिटाइज़र्स भी मौजूद हैं जिसमें मुनाफेखोर सैनिटाइज़र के नाम पर खाली बोतलों में रबिंग अल्कोहल में डिटर्जेंट घोल कर बेच रहे हैं। मार्केट में सैनिटाइज़र के दाम इस समय आसमान छू रहे हैं। ऐसे में सही और क्वालिटी वाले सैनिटाइज़र का पता लगाना बेहद मुश्किल हो रहा है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि कम मिथेनॉल, अच्छी क्वालिटी और असली सैनिटाइज़र की पहचान कैसे की जाए? इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैैं कि आप सही सैनिटाइज़र की पहचान कैसे कर सकते हैं।
सैनिटाइजर खरीदने का सही तरीका
आप जब भी सैनिटाइज़र का इस्तेमास करते हैं तो हाथ में ठंडापन सा लगता हैै। इसी के साथ सैनिटाइज़र हाथ पर लगाते ही उड़ जाता है और हाथ सूख जाते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इसमें आइसो प्रोफाइल एल्कोहल और इथाइल एल्कोहल मौजूद होने के कारण सैनिटाइज़र उड़ जाता है। हर सैनिटाइज़र में एल्कोहल की मात्रा अलग-अलग होती है। यह हॉस्पिटल, फैक्ट्री और घर के हिसाब से सेट की जाती है। घरों में 50 %, फैक्ट्रियों में 70 से 80% और हॉस्पिटल्स में 70% मात्रा वाला एल्कोहल डाला जाता है।

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