कोविड-19 के कारण जहां पूरी दुनिया त्रस्त है व हर कोई उसके वैक्सीन का बेसब्री से इन्तजार कर रहा है, ऐसे समय में WHO ने वैक्सीन को लेकर एक चेतावनी दी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस एडहोम घेब्रेयसिस (WHO Chief) ने बोला है कि यह वैक्सीन कोई जादुई गोली नहीं होगी जो कोरोना वायरस को पलक झपकते समाप्त कर देगी। इस वायरस से लड़ने के लिए बहुत लंबा रास्ता तय करना है। लिहाजा सबको मिलकर कार्य करना होगा।
वैसे तो दुनिया के आधा दर्जन से ज्यादा राष्ट्रों में करीब दर्जन भर वैक्सीन उम्मीदवारों (COVID-19 Vaccine Candidate) के हयूमन ट्रायल चल रहे हैं लेकिन कई जानकार यह भी कह चुके हैं कि वैक्सीन बनाना अंधेरे में तीर चलाने जैसा है। ऐसा ही एक बयान अमेरिका के संक्रामक रोग जानकार डॉ एंथोनी स्टीफन फॉसी के वरिष्ठ सलाहकार डेविड मारेंस ने दिया है।
उन्होंने बोला है कि वैक्सीन बनाने का हर कोशिश एक अंध परीक्षण की तरह होता है। इसमें कई बार आरंभ में तो अच्छे परिणाम मिलते हैं लेकिन इस बात की कोई गारंटी नहीं होती है कि वैक्सीन अपने ट्रायल के आखिरी चरण तक पास हो जाएगा।
इसी तरह अमेरिका में जॉर्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय के मिलकेन इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक हेल्थ में वैश्विक स्वास्थ्य के सहायक प्रोफेसर वैक्सीनोलॉजिस्ट जॉन एंड्रस ने भी ऐसी ही संभावना जताई है। उन्होंने बोला है कि कोविड-19 के लिए प्रभावी टीके को बना पाना इतना सरल नहीं है, जैसा हम सोच रहे हैं।