लखीसराय । कोरोना काल में जिला मुख्यालय स्थित 100 बेड वाले सदर अस्पताल सहित प्रखंडों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा नहीं मिलने, कोरोना जांच कराने में हो रही परेशानी, चिकित्सकों और पारा मेडिकल स्टाफ की मनमानी ड्यूटी की लगातार मिल रही शिकायतों को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल सहित जिले के पीएचसी, कोविड केयर सेंटर की अब नियमित रूप से निरीक्षण और जांच होगी। जिलाधिकारी ने इसके लिए जिला स्तर पर वरीय अधिकारियों की तीन अलग-अलग टीम बनाई है। डीएम ने सदर अस्पताल लखीसराय की बदहाल व्यवस्था को सुधारने के लिए तीन वरीय उपसमाहर्ता की अलग से जांच टीम बनाई है जो 24 घंटे में किसी भी समय अस्पताल जाकर वहां की पूरी व्यवस्था की जांच कर डीएम को रिपोर्ट करेगी। टीम स्वास्थ्य विभाग की हर गतिविधियों पर नजर रखेगी। साथ ही अस्पतालों में डॉक्टर, नर्स एवं अन्य पारा मेडिकल स्टाफ के कार्यों की भी जांच करेगी। जिलाधिकारी ने नवपदस्थापित डीसीएलआर संजय कुमार को स्वास्थ्य विभाग का नोडल पदाधिकारी नामित करते हुए विभाग की पूरी व्यवस्था पर नजर रखने और अनुश्रवण करने की जिम्मेदारी दी है। सप्ताह में तीन दिन जांच टीम करेगी पीएचसी की जांच प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लखीसराय - वरीय उप समाहर्ता प्रेमलता कुमारी
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प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सूर्यगढ़ा - वरीय उपसमाहर्ता हीना
रेफरल अस्पताल बड़हिया - राकेश रंजन सदर अस्पताल की जांच के लिए विशेष टीम गठित जिलाधिकारी ने मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल की 24 घंटे प्रशासनिक निगरानी की नई व्यवस्था की है। इसके तहत वरीय उपसमाहर्ता प्रेमलता कुमारी सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक, वरीय उपसमाहर्ता हीना दोपहर 2 बजे से रात 10 बजे तक और वरीय उपसमाहर्ता राकेश रंजन को रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक किसी भी समय जाकर सदर अस्पताल की जांच करने का आदेश है। ये पदाधिकारी सदर अस्पताल में जांच के दौरान चिकित्सकों की उपस्थिति, अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों को डॉक्टर के द्वारा उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सा सुविधा की जांच करेंगे।
Posted By: Jagran
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