कोरोना के चलते इस संकट भरे माहौल में एक राहत की खबर सामने आ रही है। जल्द ही कोरोना वायरस की पहली वैक्सीन आने वाली है। बताया जा रहा है कि कोरोना की वैक्सीन 12 अगस्त को मिलने वाली है। इस बात को कंफर्म रूस के स्वास्थ मंत्रालय ने किया है। आपको बता दें कि यह पहली वैक्सीन होगी जिसे रेगुलेटरी अप्रूवल मिलेगा। बताया जा रहा है कि बड़े पैमाने पर इस वैक्सीन का प्रोडक्शन सितबंर में शुरू हो सकता है। इसी बीच आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि यह वैक्सीन कैसे काम करती है।
इस वैक्सीन को रूस की मॉस्को स्थित गामालेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ने तैयार किया है
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस वैक्सीन को रूस की मॉस्को स्थित गामालेया रिसर्च इंस्टीट्यूट ने तैयार किया है। इस संस्थान के डायरेक्टर अलेक्जेंडर गेन्सबर्ग ने बताया कि वैक्सीन में एडेनोवायरस के आधार पर बनाए गए निर्जीव कणों का उपयोग किया है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि जो जो पार्टिकल्स और ऑब्जेक्ट्स खुद की कॉपीज बना सकते हैं, उन्हें जिंदा माना जाता है। अलेक्जेंडर के अनुसार वैक्सीन में जो पार्टिकल्स यूज किए गए हैं, वे अपनी कॉपीज नहीं बना सकते हैं।
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इस वैक्सीन के डोज लेन पर पीड़ित को बुखार भी आ सकता है
मिली जानकारी के मुताबिक इस वैक्सीन के डोज लेन पर पीड़ित को बुखार भी आ सकता है। बुखार आने पर रिसर्चर्स ने पैरासिटामॉल लेने की अडवाइज दी है। रिसर्चर्स का कहना है कि टीका लगने के जब इम्यून सिस्टम को पावरफुल बूस्ट मिलता है तो कुछ लोगों को बुखार आ जाता है, जिसे पैरासिटामॉल के इस्तेमाल से ठीक किया जा सकता है।