व्यायाम व फिटनेस को जीवनशैली में शामिल करने के समय से ही दौडऩा (Running) फिटनेस को बेहतर बनाने व खुद के शेप में ढालने के लिए एक बेहतर व सबसे लोकप्रिय
उपायों में से एक रहा है. एक शोध केमुताबिक 4 करोड़ से ज्यादा अमरीकी एक नियमित पैटर्न पर चलना व दौडऩे को अहमियत देते हैं. स्वास्थ्य व शरीर को सक्रिय बनाए रखने के लिए दौडऩा भले ही एक अच्छा व्यायाम हो लेकिन इसमें किसी भी समय चोट से जूझना पड़ सकता है. दौड़ते समय 80 प्रतिशत चोटों (Injury) का कारण दोहरावदार तनाव (Repititive Stress) के कारण होता है. लेकिन आकस्मित मोच आना, टखना टूटना या मांसपेशी का फट जाना भी इस तरह की चोट की वजह हो सकती है. अध्ययनों के अनुसार दौड़ते समय धावक के लिए घुटने, टखने, पैर व पांव की उंगलियों में चोट लगना सबसे आम इंजरी स्पॉट हैं.
दौड़ते हुए चोट लगने की आशंका -घुटने में- 7.2 से 50 फीसदी -पैर का निचला भाग (घुटने से नीचे)- 9.0 से 32.2 फीसदी -पांव का ऊपरी हिस्से में (घुटने से ऊपर)- 3.4 से 38.1 फीसदी -पांव में (फूट)- 5.7 से 39.3 फीसदी -टखना (एंकल्स)- 3.9 से 16.6 फीसदी -कूल्हे, अस्थि मेखला (पेल्विस) व कमर- 3.3 से 11.5 फीसदी -लोअर बैक- 5.3 से 19.1 फीसदी
दौड़ते समय सबसे कॉमन इंजरीज 01. धावक का घुटना (Patellofemoral Syndrome) पेटेलोफेमोरल सिंड्रोम घुटने से जुड़ी सामान्यइंजरी है जो आपके घुटने के सामने या उसके आसपास दर्द का कारण होती है. यह एक सामान्य चोट है जो आमतौर पर दौडऩे या कूदने के दौरान लगती है. इससे कूल्हों की हड्डियों में फ्रैक्चर या आपके घुटने के आसपास की मांसपेशियों को जोखिम में डाल सकती हैं. इससे धावक को असहनीय दर्द होने कि सम्भावना है. दर्द का यह सिलसिला हल्के से लेकर बहुत भयावह तक होने कि सम्भावना है. ऐसा लंबे समय तक बैठने या व्यायाम करने से भी हो जाता है. इतना ही नहीं कूदने, सीढियां चढऩे व बेहद देर तक लगातार बैठने पर भी बेकार होने कि सम्भावना है.
02. अखिलीस टेंडिनिटिस (Achilles Tendinitis) अखिलीस टेंडिनिटिस एड़ी के पीछे की मांसपेशियों में सूजन की ओर संकेत करता है. यह टखने की पीछे की मांसपेशियोंं को एड़ी से जोडऩे का कार्य करता है. यहि सूजन बेहद दौडऩे या बहुत तेज दौडऩे से भी हो सकती है. अगर समय पर इसका उपचार न करवाया जाए तो अखिलीस टेंडिनिटिस काफ मसल्स व एंकल के बीच की मांसपेशियों में इतनी सूजन आ जाएगी कि पांव जमीन पर रखना भी कठिन हो जाएगा. अगर इसकी मांसपेशियों में लगातार सूजन बनी हुई तो इसे अच्छा करने के लिए आमतौर पर सर्जरी की जरूरत होती है. इसके सामान्य लक्षणों में शामिल हैं एड़ी के ऊपर निचले पैर में लगातार दर्द रहना, एड़ी में सूजन, तेज न दौड़ पाना इत्यादि.
03. आईटी बैंड सिंड्रोम (IT Band Syndrome) इलियोटिबियल बैंड जिसे आमतौर पर आईटी बैंड बोला जाता है, हमारे कमर के नीचे का एक कनेक्टिव टिश्यू है जो हमारे बाहरी कूल्हे से घुटने को जोडऩे का कार्य करता है. जब हम चलते या दौड़ रहे होते हैं तो ऊतकों का यह समूह हमारे घुटने को स्थिर करने में सहायता करते हैं. आईटी बैंड सिंड्रोम दरअसल, पैर की हड्डी के साथ आईटी बैंड के साथ लगातार रगड़ के कारण होता है. यह धावकों में बहुत आम इंजरी है. निर्बल मांसपेशियां, एब्डोमिनल या कूल्हे भी इसके कारण हो सकते हैं. आईटी बैंड सिंड्रोम पैर के बाहरी तरफ या आमतौर पर हमारे घुटने के ऊपर तेज दर्द का कारण बन सकता है.
04. शिन स्पिलिंट्स (Tibial Stress Syndrome) शिन स्प्लिंट्स भी धावकों को होने वाला एक सामान्य दर्द है जो आमतौर पर पिंडली व या पांव के निचले हिस्से में होता है. शिन स्प्लिंट्स तब होने कि सम्भावना है जब आप अपने रनिंग वॉल्यूम को बहुत तेज़ी से बढ़ाते हैं, खासकर जब हार्ड सतहों पर दौड़ते हैं. ज्यादातर मामलों में शिन स्प्लिन्ट गंभीर इंजरी नहीं है लेकिन लापरवाही करने पर यह फैक्चर का रूप भी ले सकती है. इसके प्रमुख लक्षण में पिंडलियों में ऐंठन व तेज के लक्षण हो सकते हैं. यह दर्द व्यायाम करने या चलने-फिरने के दौरान व बढ़ जाता है. इसके अतिरिक्त हल्की सूजन भी शिन स्प्लिंट्स का लक्षण है.
05. हैमस्ट्रिंग की चोटें (Hamstring Injuries) तेजी से चलते या दौड़ते के दौरान हैमस्ट्रिंग मांसपेशियों में खिंचाव के कारण पांव के निचले हिस्से में तकलीफ हो सकती है. वे लोग जिनका हैमस्ट्रिंग में खिंचाव है, निर्बल या थके हुए हैं उन्हें इस इंजरी के होने का खतरा अधिक होता है. स्प्रिंटर्स के उल्टा यह हैमस्ट्रिंग्स इंजरी मैराथन धावकों में सामान्य है. ज्यादातर समय तक लंबी दूरी के धावक हैमस्ट्रिंग के भिन्न-भिन्न स्तर व प्रकार का अनुभव करते हैं जो धीरे-धीरे महसूस होता है. अगर आपको भी हैमस्ट्रिंग की चोट है तो आप अपने पांव के ऊपरी पिछले हिस्से में हल्का दर्द अनुभव करेंगे.
06. प्लांटर फैसिसाइटिस (Plantar Fasciitis) प्लांटार फैसिसाइटिस पैर की सबसे आम चोटों में से एक है. इसमें ऊतक में जलन या चरपराहट सी महसूस होती है, खासकर पैरों के तलवों में. जब हम चलते या दौड़ते हैं तो ऊतकों की यह परत एक स्प्रिंग की तरह कार्य करती है. जो हमारेचलने की गति को बढ़ाती है. लेकिन ऐसा लगातार करने पर मांसपेशियों में जकडऩ या काफ मसल्स में कमजोरी आ जाती है जिससे प्लांटर फैसिसाइटिस होने कि सम्भावना है. इसके सामान्य लक्षणों में एड़ी या मिडफुट के नीचे दर्द होना, पैर के तलवों में जलन, खासकर सुबह-सुबह बेहद होना व लंबे समय तक दौडऩे या चलने पर दर्द महसूस होना है.
07. स्ट्रैस फ्रैक्चर्स (Stress Fractures) पैर में होने वाली सामान्य इंजरी है स्ट्रैस फै्रक्चर्स जो दरअसल, एक हेयरलाइन दरार होती है जो रिपीटिटिव स्ट्रैस या असर के कारण पांव की विभिन्न हड्डियों में बनता है. धावकों के लिए आमतौर पर स्ट्रैस फै्रक्चर्स पैर के शीर्ष भाग, एड़ी या निचले हिस्से में होता है. अगर आपको लगे कि आपके पांव में स्ट्रैस फै्रक्चर्स है तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएं. इसके लक्षणों में आमतौर पर लगातार दर्द महसूस होना, फ्रैक्चर वाले एरिया मेंसूजन, चोट या मांसपेशिों का नर्म पड़ जाना सबसे कॉमन लक्षण है. सामान्यत: एक स्ट्रैस फै्रक्चर को अच्छा होने में 6 से 8 हफ्ते लगते हैं.
08. टखने में मोच (Ankle Sprain) टखने की मोच आपके पैर व टखने के बीच के स्नायुबंधन को ओवरस्ट्रेच करने के कारण होती है. मोच अक्सर तब होती है जब आप अपने पैर के बाहरी हिस्से पर ज्यादा दबाव देते हैं या अपने टखने को ऊपर की ओर मोड़ते हैं. टखने में मोच से जुड़े सामान्य लक्षणों में दर्द, सूजन, चोट व तेज दौड़ पाने में असमर्थता शामिल हैं. ज्यादातर मौकों पर टखने की मोच को अच्छा होने में हफ्ते या महीने लग सकते हैं.