दुनियाभर में कई रोंगों का उपचार घर में ही किचन में मिल जाता है। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं अडूसा के फायदे। यह एक झाड़ीदार पौधा है व इसके फूल सफेद होते हैं।
आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि यह पेड़ जड़ी-बूटी के रूप में प्रयोग किया जाता है। वहीं आज हम आपको बताने जा रहे हैं इससे होने वाले फायदा के बारे में।
मुंह के छालों को करता है दूर - अडूसा के दो से तीन पत्तों को चबाकर उसके रस को चूसने से छाले अच्छा होते हैं। आप ध्यान रखे कि चबाए हुए पत्तों का रस चूसकर थूक देना चाहिए।
दांतों व मसूड़ों के दर्द में -अडूसा की लकड़ी से दातुन करने से दांतों व मसूड़ों की समस्या अच्छा होती है। इसी के साथ इससे नियमित दातुन किया जाए तो दांतों और मसूड़ों के दर्द में राहत हो जाती है।
श्वास संबंधित सभी रोगों के लिए - अडूसा के ताजे पत्तों का रस निकालने के बाद इसमें शहद मिलाकर चाटने से खांसी व सांस संबंधित समस्याएं अच्छा होती हैं। इसी के साथ सूखी खांसी दूर करने के लिए अडूसा के पत्ते, मुनक्का व मिश्री का काढ़ा दिन में तीन से चार बार पीने से सूखी खांसी अच्छा हो जाती है।
मासिक धर्म में - स्त्रियों के मासिक धर्म में अनियमितता को अच्छा करने के लिए भी अडूसा का प्रयोग करें। अडूसा के 10 ग्राम पत्ते, मूली व गाजर के बीज 6 ग्राम लेकर आधा लीटर पानी में उबालें व जब यह पानी एक चौथाई शेष रह जाए तो यह काढ़ा पीने से मासिक धर्म की समस्याएं अच्छा होंगी। इसी के साथ ही अत्यधिक रक्तस्राव की समस्या भी दूर हो जाती है।
मूत्र गुनाह - जिन लोगों को पेशाब अच्छा से नहीं आती है या फिर उन्हें बार-बार जाना पड़ता है उनके लिए खरबूजे के 10 ग्राम बीज व अडूसा के 10 ग्राम पत्ते लेकर अच्छी तरह पीसकर खाने से इस समस्या से छुटकारा मिल जाता है।