72 वर्षिय कोविड-19 रोगी को पहली बार प्लाजमा थैरेपी प्रणाली से दो यूनिट रक्त चढ़ाया

अलीगढ़. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालिज में गत दिवस एक 72 वर्षिय कोविड-19 रोगी को पहली बार प्लाजमा थैरेपी प्रणाली से दो यूनिट रक्त चढ़ाया गया. इसकी जानकारी देते हुए जे०एन० मेडिकल कालिज के प्रिंसिपल प्रोफेसर शाहिद अली सिद्दीकी ने बताया कि मधुमेह रोग से ग्रस्त इस व्यक्ति को नगर के दीन दयाल अस्पताल से स्थानांतरिक किया गया था तथा प्रोफेसर शादाब अहमद एवं प्रोफेसर राकेश भार्गव के नेतृत्व में चिकित्सकों की एक टीम ने इस रोगी पर प्लाजमा थैरेपी करने का निर्णय लिया. अमुवि कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने कहा कि प्लाजमा थैरेपी के विश्वविद्यालय ने जे०एन० मेडिकल कालिज में एक नई मशीन स्थापित की है तथा यह हर्ष का विषय है कि अब मेडिकल कालिज में प्लाजमा थैरेपी प्रारंभ हो गई है. उन्होंने कहा कि इस प्रणाली से कोविड-19 रोगियों में मृत्यु दर में कमी आयगी. कुलपति ने कहा कि जे०एन० मेडिकल कालिज को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उच्च स्तरीय चिकित्सा केन्द्र होने का श्रेय प्राप्त है तथा यहां कोविड-19 रोगियों के स्वस्थ होने की दर 80 प्रतिशत से अधिक है. उन्होंने कहा कि जे०एन० मेडिकल कालिज में अब तक लगभग 50 हजार कोविड जांच की जा चुकी है.

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