बुजुर्गावस्था की बीमारी अल्जाइमर से बचाव में बुखार और निमोनिया के टीके मददगार साबित हो सकते हैं। एक हालिया अध्ययन के आधार पर वैज्ञानिकों ने यह सुझाव दिया है। अल्जाइमर एसोसिएशन इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में प्रस्तुत दो अलग-अलग शोधों के अनुसार फ्लू और निमोनिया का टीका न सिर्फ जानलेवा संक्रमण के खतरे को कम करेगा, बल्कि यह भविष्य में अल्जाइमर जैसी बीमारियों से भी बचाएगा।
रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है टीका- अध्ययन में शामिल न्यूयॉर्क-प्रेस्बिटेरियन एंड वेल कॉर्नेल मेडिकल सेंटर में अल्जाइमर प्रिवेंशन क्लिनिक के संस्थापक न्यूरोलॉजिस्ट डॉ रिचर्ड इसाकसन ने कहा कि यह एक उत्साहजनक खोज है, जो पहले के उन साक्ष्यों पर आधारित है, जिसके अनुसार फ्लू जैसे सामान्य संक्रामक बीमारियों के टीके अल्जाइमर के जोखिम को कम करते हैं और बीमारी को जल्दी नहीं पनपने देते।
कम उम्र से ही फ्लू के टीके का नियमित उपयोग शुरू करने से रोग-प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित करने वाले वायरल संक्रमण को रोकने में मदद मिल सकती है। यह संक्रमण अल्जाइमर संबंधी संज्ञानात्मक क्षति को भी प्रभावित कर सकते हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि इन टीकों और बीमारी के खतरे के कम होने के बीच के संबंध पर अभी और अध्ययन करने की जरूरत है। वैज्ञानिकों के मुताबिक अल्जाइमर रोग का अभी तक कोई इलाज मौजूद नहीं है। अध्ययन में जीवनशैली संबंधी कुछ कारकों पर ध्यान देने को कहा गया है। इनमें भरपूर नींद, पोषण और व्यायाम आदि शामिल हैं। अध्ययन के मुताबिक अल्जाइमर के मामले में टीका लगवाना भी इसी श्रेणी में से एक है।