सामुद्रिक शास्त्र यानी हस्तरेखा विज्ञान में जीवन रेखा का एक खास महत्व होता है। ज्योतिष में बताया गया है कि जीवन रेखा के निकास का प्रभाव व्यक्ति की किस्मत पर देखने को मिलता है कि आपको बताते हैं जीवन रेखा से जुड़े अलग-अलग योग और उनके प्रभाव के बारे में।
अगर किसी के हाथ में जीवन रेखा गुरु पर्वत से शुरू होती है। तो ऐसे व्यक्ति उच्च विचार वाले होते हैं। उनके अंदर स्वाभिमान सभ्यता के साथ स्वतंत्र रूप से शासन करने वाले गुण होते हैं। ऐसे लोग ना ही किसी के बीच में बोलते हैं। और ना ही उन्हें किसी का अपने बीच में बोलना पसंद होता है।
अगर किसी व्यक्ति के हाथ में जीवन रेखा मंगल से उदित हो रही हो तो ऐसे लोगों का जीवन मिलाजुला रहता है। कभी इनके जीवन में बहुत खुशी आती है तो कभी ना बहुत ज्यादा दुख हो का सामना करना पड़ता है। कई बार यह चुटकुले स्वभाव वाले क्रोध ही होते हैं ऐसे लोग लालची किस्म के भी होते हैं।
ऐसे जीवन रेखा में मंगल और गुरु दोनों का प्रभाव निश्चित होता है। ऐसे लोग उन्नति करने वाले शांत होते हैं। यह किसी भी प्रकार का छोटा और बड़ा कार्य बहुत निपुणता के साथ पूरा करते हैं और शीघ्र ही उन्नति कर लेते हैं।
अगर किसी व्यक्ति के हाथ में जीवन रेखा का अंत शुक्र चंद्रमा या फिर दोनों के बीच में हो। तो ऐसे व्यक्ति जीवन रेखा सामान्य फल देने वाली मानी जाती है ऐसे लोगों का जीवन आराम से कटता है। लेकिन यह अपने जीवन में कोई बड़ा मुकाम हासिल नहीं कर पाते।