कोरोना वायरस: पापा को खोजने के लिए गिड़गिड़ाती रहीं बिटिया, मिले भी तो मृत अवस्था में

प्रयागराज, जेएनएन। कोई कुछ कर सकता है तो करो प्लीज, मेरे पापा हॉस्पिटल की लापरवाही की वजह से कहीं चले गए हैं। हॉस्पिटल वाले बता रहे हैं कि यहां कोई पेसेंट नहीं था इस नाम का... यह कहना था एसआरएन अस्पताल से लापता कोरोना संक्रमित मरीज की बेटी का। बेटी अपने इस संदेश को अधिक से अधिक लोगों को शेयर करती रही ताकि उसके पिता को खोजा जा सके और इलाज किया जा सके। हालांकि हुआ वही, जिस अनहोनी की उसे आशंका थी। सड़क किनारे उसके पापा का शव मिला।

अस्‍पताल में लापरवाही का बेटी से जिक्र शिवशंकर ने किया था
राजापुर निवासी शिवशंकर सिंह कोरोना पॉजिटिव थे। पिछले दिनों उन्हेंं कोविड अस्पताल एसआरएन के वार्ड नंबर 10 में भर्ती किया गया था।
जब वह अस्पताल पहुंचे, तभी से परेशान थे। न तो सही इलाज हो पा रहा था न ही कोई देखने जाता था। फोन पर उन्होंने अपनी बेटी से यह बात भी बताई थी, यह आडियो खूब वायरल होने लगा।
एसआरएन में भर्ती शिवशंकर गायब हो गए थे, मिला शव
बेटी बार-बार फोन करके पापा को यह सांत्वना दे रही थी कि पापा आप परेशान न हों, आप जल्दी ही ठीक होकर घर आएंगे। मोबाइल पर बात करते समय वह ठीक से बात भी नहीं कर पा रहे थे और बहुत परेशान थे। उनकी स्थिति बेहतर होने के बजाय बिगड़ती ही गई। आखिरकार, रविवार शाम वह अस्पताल से निकल कर कहीं चले थे और शव दूसरे दिन सड़क किनारे मिला।
एसआरएन में तैनात होगी पुलिस, बढ़ेगी सख्ती
एक कोरोना मरीज के अस्पताल से भागने के बाद एसआरएन में और सख्ती की जा रही है। अभी तक गेट से लेकर अंदर होमगार्ड तैनात किए गए थे लेकिन अस्पताल की ओर से अब पुलिस की डिमांड की गई है ताकि आने जाने वालों के साथ सख्ती से पेश आया जा सके। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने कोविड ड्यूटी कर रहे समस्त स्टाफ को सख्त निर्देश दिया है कि कोरोना के किसी भी मरीज को वार्ड से बाहर अकेले न जाने दें, उन पर विशेष नजर रखें। अस्पताल परिसर में सीसीटीवी कैमरे तो पहले से ही लगाए गए हैं। एसआरएन अस्पताल के कोविड के नोडल डॉ. सुजीत कुमार वर्मा ने बताया कि अस्पताल में कोरोना मरीजों पर निगरानी और बढ़ा दी गई है।

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