मंदसौर में महिलाओं को बुनाई ने बनाया आत्मनिर्भर

मंदसौर, 26 जुलाई (आईएएनएस)। देश और दुनिया इन दिनों कोरोना महामारी के संकट से जूझ रही है। इसके चलते हजारों लोगों से रोजी-रोटी दूर हो गई है और उनको आर्थिक संकट के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया है, मगर मध्यप्रदेश के मंदसौर में बुनाई का कौशल महिलाओं के लिए आर्थिक संबल बना है और वे आत्मनिर्भरता की दिशा में बढ़ रही हैं। मंदसौर जिले में है खिलचीपुरा गांव, जहां मोमिन सहकारी समिति ने महिलाओं को रोजगार का अवसर उपलब्ध कराया है। मध्यप्रदेश हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम के सहयोग से इस समिति के जरिए तीन सौ से अधिक महिलाओं को रोजगार मिला है।

समिति के उपाध्यक्ष अबरार खान का कहना है कि इस समिति से जुड़ी महिलाएं हर रोज तीन सौ से साढ़े तीन सौ रुपये तक तक कमा रही हैं। कई परिवार तो ऐसे हैं, जिसकी एक और एक से ज्यादा महिला सदस्य भी काम कर रही हैं और उनकी आमदनी बढ़ गई है।
बताया गया है कि हथकरघा विकास निगम धागा समिति को उपलब्ध कराता है, जिससे महिलाएं बुनाई का काम करती हैं। महिलाएं कपड़े, चादर और मेडिकल बैंडेज के साथ ही कई खूबसूरत उत्पादों का निर्माण करती हैं। इन उत्पादों की आपूर्ति सरकारी कार्यालयों में की जाती है।
हस्तशिल्प निगम के जिला प्रभारी एस.पी. सिंह के अनुसार, ये सभी उत्पाद सरकारी विभागों सहित अस्पताल में भेजे जाते हैं और सारी सामग्री सरकारी योजना के तहत सरकारी कार्यालयों तक भेजी जाती है।
कोरोना काल में मिले रोजगार के अवसर से महिलाएं भी खुश हैं। इन्हीं में से एक जुबेदा बानो का कहना है, हम तो कई दिनों से यहां काम कर रही हैं, कहीं और नहीं जाते हैं। इससे हमारा घर-परिवार अच्छी तरह चल रहा है।
-आईएएनएस

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