कुछ लोगों को जरा सा भी ठंडा या गरम खाने पर दांतों में दर्द या झनझनाहट का अहसास होता है। इसके पीछे की वजह होती है सेंसेटिविटी। जहां कुछ लोगों के दांत शुरू से अधिक सेंसेटिव होते हैं, वहीं कुछ लोग अपने दांतों व ओरल हेल्थ का सही तरीके से ख्याल नहीं रखते, जिसके कारण उन्हें यह परेशानी होती है। तो चलिए जानते हैं उन कारणों के बारे में, जो सेंसेटिविटी की वजह बन जाते हैं-
मुंह से गंदगी दूर करने और साँसो को महकाने के लिए माउथवॉश का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन इसका अत्यधिक मात्रा में इस्तेमाल बिल्कुल भी उचित नहीं माना जाता। यदि दिन भर ताजगी के लिए माउथवॉश का प्रयोग किए जाए तो उससे सेंसिविटी काफी बढ़ जाती है। इसकी वजह है कि कई माउथवॉश में एसिड होता है, जो सेंसिटिव दांतों की परेशानी को और भी बढ़ा देता है।
एसिड फूड खाने जैसे अत्यधिक टमाटर, सिट्रस फ्रूट्स और उनके जूस और अन्य प्रकार के एसिडिक फूड भी दांतों के सेंसिटिव होने की वजह बन जाते हैं। इस प्रकार के खाद्य पदार्थ लेने से दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंचते हैं। ऐसी चीजों को खाने के बाद उसे संतुलित करना भी जरूरी होता है इसके लिए आप उन चीजों को खाने के बाद चीज या दूध ले सकते हैं।
हर किसी की चाहत होती है कि उसके दांत सफेद चमकदार हों। ऐसे में कुछ लोग टूथ व्हाइटनर्स और टूथपेस्ट का इस्तेमाल करते हैं, इनमें पैरोऑक्सइड बेस्ड ब्लीचिंग सॉल्यूशन होता है, जो दांतों में सेंसिटिविटी की समस्या पैदा कर सकता है। यह समस्या कई बार अस्थाई होती है और ऐसे प्रोडक्ट को इस्तेमाल करना बंद कर दें तो समस्या भी खत्म हो जाती है। यदि इस तरह के प्रोडक्ट इस्तेमाल करने ही हों तो अपने डेंटिस्ट से बात जरूर करें।
सबको ऐसा ही लगता है कि यदि दांतों की सफाई तेज गति से की जाए तो उससे वे ज्यादा साफ होते हैं। लेकिन होता इसका उल्टा है। यदि दांतों की सफाई ज्यादा तेज गति से की जाए तो मसूड़ों को नुकसान पहुंचता है और दांत कमजोर हो जाते हैं। डेंटिन सही मायने में माइक्रोस्कॉपिक ट्यूब्स होते हैं जिससे ठंडे, गर्म और मीठे के प्रति दांतों के नर्व सेंसिटिव हो जाते हैं।