उन्होंने कहा, 'इससे सिर्फ हमें विकेट लेने के अवसर ही नहीं मिलते बल्कि आत्मविश्वास भी बढ़ता है क्योंकि हमें लगता है कि उस दौरान बल्लेबाज के पास ज्यादा मौके नहीं होते हैं। आपको पता होता है कि जैसी ही आपने पांच-छह ओवर गेंदबाजी कर ली आप संतुलित हो जाते हैं। लेकिन मुझे जैसा करने कहा जाएगा मैं उसके लिए हमेशा तैयार हूं।'
मैच के अंतिम शणों में स्टोक्स मैदान पर असहज महसूस कर रहे थे जिसके बाद वह अपने ओवर को बीच में छोड़कर ही मैदान से बाहर चले गए थे। बाद में उनका ओवर कप्तान जो रूट ने पूरा किया था। स्टोक्स ने अपनी चोट के बारे में कहा, 'मैं ठीक हूं। शरीर में काफी अकड़न लग रही थी। मैंने स्टुअर्ट ब्रॉड से कहा था कि मुझे अकड़न महसूस हो रही है। आपको क्या लगता है और उन्होंने कहा था कि रूक जाओ। ऐसा ही कुछ मेरे साथ तीन-चार साल पहले पाकिस्तान के खिलाफ खेलते हुए हुआ था। मैं जोखिम नहीं ले सकता था। मैंने समझदारी भरा फैसला लिया और अपने शरीर की सुनी।' (भाषा)