पीरियडस अनियंत्रित हैं और आप ओवरवेट हैं, तो हो सकती है यह बीमारी

पीरियडस आना महिलाओं के लिए एक नेचुरल प्रोसेस है लेकिन कभी-कभी इस प्रोसेस में आपको कुछ बदलाव देखने को मिलते हैं और आप उन्हें यूं ही इग्नोर कर देते हैं। शायद आपको पता न हो लेकिन माहवारी में समस्या बहुत सी बातों की ओर इशारा करती हैं और यदि इन पर समय रहने ध्यान न दिया जाए तो इससे आपको भविष्य में बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड सकता है। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में-

अगर आपके पीरियडस अनियंत्रित हैं और आप ओवरवेट हैं। इतना ही नहीं, अगर आपके चेहरे पर भी बाल आते हैं तो आपको सतर्क हो जाने की आवश्यकता है। पीरियडस की अनियंत्रितता इशारा करती है कि आपको पीसीओडी की समस्या हो सकती है। यह बीमारी खासतौर पर यंग लड़कियों में होती है। जब आपको यह समस्या होती है तो ओवेरी में फीमेल हार्मोन के बजाए मेल हार्मोन बनने लगते हैं। इस बीमारी की अनेदखी भविष्य में आपको काफी परेशान कर सकती है।
लडकियों में पीरियडस शुरू होने की एक उम्र होती है। पहले के जमाने में लडकियों को पीरियडस 14-15 साल की उम्र में शुरू होते थे, वहीं आजकल 11-12 साल की लडकियों में भी माहवारी शुरू हो जाती है। लेकिन अगर आठ साल की उम्र से पहले किसी लड़की के पीरियड आ जाए तो तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। इसमें अनदेखी आपकी हाइट पर विपरीत असर डालती है।
माहवारी के दौरान लड़कियां एक्सरसाइज करने से बचें। इससे पेट में दर्द और ज्यादा ब्लीडिंग होने लगती है। माहवारी में हाइजीन रहना बहुत जरूरी होता है। हो सके तो सैनेटरी नैपकिन तो हर 3 से 4 घंटे में बदले नहीं तो बैक्टीरियल इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। पीरियड्स के दौरान शरीर को विटामिन और मिनरल्स की ज्यादा आवश्यकता होती है। ऐसे में फास्ट रखना सेहत पर भारी पड़ सकता है।

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