कोरोना महामारी पूरे दुनिया में अपना प्रचंड रूप दिखा रही है। पिछले 100 साल में ऐसी महामारी ना ही किसी ने देखी थी और ना अगले सौ दो सौ साल तक देखेगा। इससे पूरे देश को ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया को एक बड़ा झटका लगा है। इसकी वजह से ना जाने कितने लोगों को अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ सकता है।
ब्रिटिश रिसर्च फर्म क्रॉस्बी टेक्सटर ग्रुप के एक रिसर्च रिपोर्ट में यह बात सामने आई है. सर्वे के अनुसार,कोविड-19 महामारी के कारण लोग अपनी नौकरी और आजीविका खोने के डर के साए में जी रहे हैं। इस सर्वे में शामिल सबसे ज्यादा 86 फीसदी भारतीय अपनी नौकरी जाने को लेकर चिंतित हैं. इसकी तुलना में ब्रिटेन में सिर्फ 31 फीसदी, ऑस्ट्रेलिया में सिर्फ 33 फीसदी, अमेरिका में 41 फीसदी और हांगकांग में 71 फीसदी लोग नौकरी जाने से चिंतित हैं.
हालांकि यह सब जानते हैं लॉकडाउन की वजह से प्रवासी मजदूरों को काफी बड़ा झटका सुना पड़ा जिससे उन्हें काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा और ना जाने कितने करोड़ मजदूर बेरोजगार हो गए। साथ ही साथ एयर इंडिया ने अपने पायलटों की तनख्वाह तक अभी तक नहीं दी है। आने वाले समय में यह मुमकिन है कि अर्थव्यवस्था गिरने से बचाने के लिए सरकार अपने कर्मचारियों को तनख्वाह देना बंद कर दे। क्योंकि इस समय में अर्थव्यवस्था को बचा कर रखना काफी मुश्किल होता जा रहा है। भले ही भारत में अनलॉक हो चुका है लेकिन तब भी लोगों को हर तरह की छूट नहीं मिली है।