17 जुलाई। आज यानी 17 जुलाई को विश्व इमोजी दिवस(World Emoji Day) है यानी इमोजी को समर्पित दिवस। पहला इमोजी दिवस साल 2014 में बनाया गया था। इस हिसाब से इस बार इस दिवस की सातवीं सालगिरह है। हालांकि इसकी शुरुआत काफी पहले हुई थी। जापान के डिजाइनर शिगेताका कुरीता ने साल 1999 में ही इमोजी का सेट तैयार किया था। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी में इमोजी पाठ्यक्रम के रूप में शामिल है।
इस खास दिवस की शुरुआत आज ही के दिन साल 2014 में हुई थी, जब जेरेमी बर्ज ने इमोजीपीडिया की शुरुआत की थी। इमोजी का उपयोग 1990 के दौर में शुरू हो चुका था और सबसे पहले एप्पल ने इन्हें अपने आईफोन के की बोर्ड में शामिल किया था। आज न केवल ईमेल बल्कि व्हॉट्सएप, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर स्टेटस या फिर चैट के लिए इमोजी हमारी दुनिया का हिस्सा बन चुका है। दुनियाभर में रोजाना पांच अरब से ज्यादा इमोजी यूज होती है।
ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में शामिल हुआ शब्द इमोजी
इमोजी किस हद तक लोगों की जुबान पर चढ़ा, इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि 2013 में इस शब्द को ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने अपने शब्दकोश में शामिल किया। 2015 में ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने इसे वर्ल्ड ऑफ द ईयर घोषित किया। 2016 में न्यूयॉर्क के म्यूजियम ऑफ मॉडर्न आर्ट ने अपने परमानेंट कलेक्शन में शिगेताका कुरीता के 176 इमोजी के पहले सेट को शामिल किया।
ब्रिटेन की यूनिवर्सिटीज में कोर्स का हिस्सा बने इमोजी
ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों को कोर्स में अब इमोजी भी पढ़ाया जाएगा। किंग्स कॉलेज, एडिनबर्ग और कार्डिफ समेत सभी यूनिवर्सिटी के भाषा, मार्केटिंग, मनोविज्ञान और राजनीति के पाठ्यक्रम में इमोजी और कार्टून को शामिल किया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि इमोजी अब भविष्य की भाषा बनने जा रही है। लोग अब शब्दों का चयन कम कर रहे हैं और इमोजी के माध्यम से भावनाओं का इजहार ज्यादा कर रहे हैं।