कोविड-19 से पीड़ित मरीजों के इलाज में किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए-राजेन्द्र कुमार तिवारी

लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में लोक भवन स्थित कार्यालय कक्ष के सभागार में वीडियो काॅन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ग्रेटर नोएडा की चतुर्थ शासी निकाय की बैठक आयोजित की गई. बैठक में मुख्य सचिव ने निर्देश दिये कि संस्थान में कोविड-19 से पीड़ित मरीजों के इलाज में किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए. शासन द्वारा आवंटित धनराशि का सदुपयोग करते हुए अधिक से अधिक लोगोें को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करायीं जाए. राजेन्द्र कुमार तिवारी ने राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान में सुपर स्पेशलिस्ट विशेषज्ञों को बतौर विजिटिंग फैकल्टी बुलाने पर सहमति प्रदान की, जिससे जहां एक ओर संस्थान में आने वाले मरीजों को गुणवत्तायुक्त उपचार प्राप्त होगा, वहीं दूसरी ओर अध्ययनरत छात्रों को पढ़ाई में विशेषज्ञों का मार्गदर्शन भी प्राप्त होगा. उन्होंने निर्देश दिये कि संस्थान में आने वाले मरीजों को और अधिक बेहतर चिकित्सा सुविधायें उपलब्ध कराने हेतु सीनियर रेजीडेन्ट के अतिरिक्त पद सृजित किये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही प्राथमिकता पर सुनिश्चित करायी जाये. मुख्य सचिव ने संस्थान में ट्रामा सेन्टर विकसित करने पर सहमति व्यक्त करते हुये अग्रेतर कार्यवाही सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये. उन्होंने संस्थान में हाॅस्पिटल प्रबंधन विभाग खोलने तथा आने वाले मरीजों को बेहतर गुणवत्तायुक्त उपचार एवं दैनिक सुविधाएं उपलब्ध कराये जाने के लिए अस्पताल को मान्यता लेने की भी मंजूरी प्रदान की. संस्थान के अन्तर्गत पैरा मेडिकल छात्रों को इन्टर्नशिप व एन.एच.एम. प्रशिक्षण सम्बन्धी कार्य हेतु केन्द्र विकसित किये जाने पर भी सहमति प्रदान की गयी. उन्होंने कोविड-19 महामारी के दौरान किये जा रहे उपचार एवं देखभाल के लिये संस्थान के कार्यों की सराहना भी की. बैठक में अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 रजनीश दुबे, ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेन्द्र भूषण, महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण डाॅ0 के0के0गुप्ता, राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान ग्रेटर नोएडा के निदेशक डाॅ0 (ब्रिगे0) राकेश गुप्ता सहित शासी निकाय के अन्य सदस्यगण भी उपस्थित थे.

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