ट्विटर पर मिनिस्ट्री ऑफ रेलवे ने ट्वीट करके एक वीडियो वायरल किया है जिसमें यह देखा जा सकता है कि एक रोबोटिक ट्राली मरीजों तक कोरोना की दवा लेकर जा रही है। जिससे से डॉक्टर और नर्सों को उनके पास जाने की जरूरत नहीं है
इस वीडियो में देखा जा सकता है कि एक रोबोटिक ट्रॉली जोकि रिमोट संचालित है हर कोरोना मरीज के बिस्तर के आगे रूकती है और मरीज खुद पर खुद उठकर दवाई उठा लेता है। इससे संक्रमण फैलने में काफी कटौती होगी। इससे सबसे ज्यादा फायदा उन नर्सों को रहेगा जो सीधे इन मरीजों के संपर्क में आते हैं।
डीजल रेल इंजन कारखाना वाराणसी द्वारा निर्मित रिमोट नियंत्रित मेडिकल ट्रॉली "MEDBOT" केन्द्रीय चिकित्सालय (कोविड अस्पताल लेवल-।) में कोरोना संक्रमित मरीजों को दवाइयां, पानी आदि आवश्यक सामान ट्रॉली द्वारा उनके बेड तक आसानी से पहुंचाया जा रहा है।#IndiaFightsCorona pic.twitter.com/sNcOVXFvTI
रेल मंत्रालय ने अपने ट्वीट में लिखा कि" डीजल रेल इंजन कारखाना वाराणसी द्वारा निर्मित रिमोट नियंत्रित मेडिकल ट्रॉली "MEDBOT' केन्द्रीय चिकित्सालय (कोविड अस्पताल लेवल-1) में कोरोना संक्रमित मरीजों को दवाइयां, पानी आदि आवश्यक सामान ट्रॉली द्वारा उनके बेड तक आसानी से पहुंचाया जा रहा है।" .
रेल मंत्रालय की इस बीच में साफ-साफ बताया गया है कि यह रोबोटिक ट्रॉली लोगों तक दवाइयां पानी आदि आवश्यक सामान पहुंचा देगा। दरअसल इस ट्रॉली को डीजल रेल इंजन कारखाना वाराणसी में तैयार किया गया है। आप किस ने क्या राय है हमारे साथ साझा करें।