कोरोना संक्रमण व मौसमी बीमारियों के लक्षण लगभग समान हैं. ऐसे में सामान्य आदमी लक्षणों को लेकर भ्रम में है. यही वजह है कि अस्पतालों की फीवर क्लीनिक में बड़ी संख्या में लोग कोरोना समझकर पहुंच रहे हैं.
मरीजों में संक्रमण का खतरा भी बढ़ रहा है. केजीएमयू के चिकित्सक की पहल आपकी मुश्किलों को कम कर सकती है. चिकित्सक ने कोरोना किट बनाई है. उसे सोशल मीडिया में साझा किया गया है.
केजीएमयू पल्मोनरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिकल विभागाध्यक्ष डाक्टर वेद प्रकाश के मुताबिक चिकित्सक टेलीमेडिसिन से सलाह दे रहे हैं. मरीजों को दवाओं के लिए भटकना पड़ रहा है. कोविड मेडिकल किट घर पर ही रख सकते हैं. चिकित्सक की सलाह पर वयस्कों को दी जा सकती है. बच्चों को बिना चिकित्सक को दिखाए दवाएं न दें.
गुनगुने पानी में नीबू मिलाकर पिएं गर्म पानी में नींबू का रस मिलाकर पिएं. यह पेय पदार्थ वायरस को फेफड़ों तक पहुंचने से पहले समाप्त कर देता है. प्रातः काल व शाम को नींबू पानी का सेवन फायदमेंद है.
कब अस्पताल पहुंचे डाक्टर वेद प्रकाश के मुताबिक उच्च जोखिम वालों को घर में अलग जगह पर रखें. ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, दिल, सांस संबंधी मरीज और अंग प्रत्यारोपण कराने वाले मरीज सावधानी बरतें. दो वर्ष से कम आयु के बच्चे, गर्भवती महिलाएं भी सावधानी बरतें.
ये दवाओं की पोटली- -टैबलेट पैरासिटॉमाल -विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन बी, विटामिन डी दवा का सेवन चिकित्सक की सलाह पर लें -रोज धूप में 15-20 मिनट बैठे -पौष्टिक गर्म भोजन ही लें -रोज सात से आठ घंटे नींद लें -दो से तीन लीटर पानी पिएं -30 मिनट पैदल चलें, एक्सरसाइज़ रोज करें -दिन में दो बार गर्म पानी से भाप लें -थर्मामीटर और पल्स ऑक्सीमीटर रखें -श्वास एक्सरसाइज और प्रतिदिन एक घंटे नियमित व्यायाम करें -मास्क पहनकर ही बाहर निकलें.
कोरोना संक्रमण तीन चरणों में होता है- -पहली स्टेज के मरीज में लक्षण नजर नहीं आते हैं -दूसरी स्टेज के मरीज में गले में खराश और बुखार होता है. मरीज पानी में नमक मिलाकर गरारा करें. पैरासिटामॉल लें. चिकित्सक की सलाह पर एंटीबायोटिक दवा लें. -तीसरी स्टेज के मरीज को खांसी, सांस लेने में तकलीफ होती है. ऐसे मरीज गर्म पानी और गर्म पेय पदार्थ का सेवन करें.
लक्षण -गले में खराश या खुजली -सूखा गला -सूखी खांसी -बुखार -सांस फूंलना.