कटरीना कैफ के जन्म दिन पर विशेष जानकारी, आप भी पढ़ें और अपनों को भी पढाएं

कटरीना कैफ का जन्म 16 जुलाई 1983 #Katrina kaif Birthday को हॉन्ग कॉन्ग में हुआ था।. कैटरीना के मुताबिक, उनके पिता मौहम्मद कैफ़ ब्रितानी करोबारी हैं जिनके पूर्वज कश्मीर से आयें थे और उनकी माँ अंग्रेज़ वकील और दान कार्यकर्ता है। इनके सात भाई-बहन हैं-तीन बड़ी बहन (स्टेफ़नी, क्रिस्टीन और नताशा), तीन छोटी बहन (मेलिस्सा, सोनिया और इसाबेल) और एक बड़ा भाई जिसका नाम माइकल है। कैटरीना जब बहुत छोटी थी तभी उनके माता-पिता का तलाक हो गया था और उनके माता पिता अलग हो गए थे। कैटरीना और उनके भाई-बहन को उनकी माँ ने ही पाला और पढ़ाया।


कैटरीना की माँ सामाजिक कल्याण संस्थानों से जुड़ी हुई थीं जिसके कारण उन्हें कई देशों में जाना पड़ता था। कैटरीना के जन्म के बाद, उनका परिवार कुछ दिन चीन में रहा फिर जापान में। वहाँ से फ्रांस जब वो आठ साल की थी, फिर वो कुछ-कुछ महीनों के लिये कभी स्विट्जरलैंड तो कभी पोलैंड तो कभी बेल्जियम और अन्य यूरोपीय देश में रहे। बाद में वो अपने परिवार के साथ हवाई में रहीं जहाँ उनका पालन पोषण हुआ और अंत में अपनी माँ के स्वदेश इंग्लैंड। वहाँ पर ३ साल रहने के बाद वो भारत आ गईं और अपना कुल नाम अपने पापा का कर लिया क्योंकि उन्हें लगता था की भारतीय उनकी माँ का नाम ढंग से बोल नहीं पाएँगे। ब्रिटिश नागरिक के रूप में, वह एक रोजगार वीज़ा पर भारत में काम करती है।
करियरमॉडलिंग और फ़िल्म करियर की शुरुआत (2003 तक)कैटरीना ने चौदह वर्ष की उम्र में हवाई में एक सौंदर्य प्रतियोगिता जीती थी तभी से वो मॉडलिंग कर रही हैं। बाद में उन्हें मॉडल के रूप में अपना पहला काम मिला, एक ज्वेलरी कम्पनी का विज्ञापन। फिर वे लंदन में पेशेवर मॉडलिंग करने लगी जहाँ उन्होंने कई स्वतंत्र मॉडल एजेंसियों के लिये काम किया। यहीं पर एक फैशन शो में फ़िल्म निर्माता कैजाद गुस्ताद की नज़र उन पर पड़ी जिन्होनें उन्हें अपनी फ़िल्म बूम में एक किरदार का प्रस्ताव दिया जो टिकट खिड़की पर ओंधे मुँह गिरी।  भारत में शूटिंग के दौरान उन्हें अन्य कई प्रस्ताव मिलने लगे तो उन्होनें भारत में ही रहने का फैसला किया। वह जल्द ही एक सफल मॉडल बन गयी और उन्होनें कई प्रमुख कम्पनियों के विज्ञापन किए जैसे कोका कोला, एलजी, फेवीकोल और सैमसंग। लेकिन फिल्म निर्माता भाषाई कमियों के कारण उन्हें काम देने में हिचकते थे।  इसके बाद उन्होने हिन्दी कक्षाओं के माध्यम से अपनी हिंदी सुधारने पर काम करना शुरू किया।
2006 में कैटरीना की जोड़ी अक्षय कुमार के साथ हमको दीवाना कर गये में बनाई गई जो आगे जाकर काफ़ी सफल रही। हालांकि फ़िल्म को टिकट खिड़की पर उत्साहहीन प्रतिक्रिया मिली पर कैटरीना के अभिनय को समीक्षकों ने सराहा। फिर वो बलराम बनाम तारादास नामक मलयालम फ़िल्म में दिखी जो आर्थिक रूप से सफल रही और उनके अभिनय को सराहा गया।

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