जानिए गर्भावस्‍था के दौरान कितनी मात्रा में करें दालचीनी का सेवन

15 जुलाई। भारत में कई प्रकार के मसालों का उपयोग किया जाता है, जो स्वाद के साथ ही सेहत के लिए भी फायदेमंद होते हैं। उन्हीं में से एक है दालचीनी। इसका उपयोग आमतौर पर हर भारतीय रसोई में पकवानों और व्यंजनों को बनाने में किया जाता है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व स्वास्थ्य के लिए भी कई प्रकार से फायदेमंद होते हैं। दालचीनी में एंटीऑक्‍सडेंट, डायबिटीज-रोधी, सूजन-रोधी और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते है, जो बीमारियों से दूर रखने में मदद करते हैं। लेकिन, प्रेगनेंसी में इसका सेवन थोड़ा सावधानी से करना चाहिए क्योंकि तासीर गर्म होती है।

प्रेगनेंसी में कितनी दालचीनी ले सकते हैं?
अगर सीमित मात्रा में दालचीनी का सेवन किया जाए तो गर्भवती महिलाओं के लिए यह बिल्कुल सुरक्षित है। प्रत्येक व्यक्ति रोजाना 6 ग्राम दालचीनी का सेवन कर सकता है जबकि गर्भवती महिलाओं को इससे कम मात्रा (2 से 4 ग्राम) में दालचीनी लेनी चाहिए।
​दालचीनी लेने का तरीका
दालचीनी चाय पी सकती हैं लेकिन रोज सिनेमन टी पीना सही नहीं होगा। इसके अलावा भोजन, डेजर्ट या बेक किए गए व्‍यंजनों पर 1 चुटकी दालचीनी पाउडर डाल सकती हैं।
हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल
अगर आपको हाई बीपी की समस्या है तो दालचीनी का सेवन आपके लिए फायदेमंद है। आप खाने के अलावा डेजर्ट, चाय व कूलिंग ड्रिंक में इसका यूज कर सकती हैं।
मतली और उल्‍टी
गर्भावस्था में मतली और उल्‍टी होना आम है। ऐसे में 2 से 4 ग्राम दालचीनी का पाउडर लें। इससे आपकी समस्या दूर हो जाएगी।
नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट
यह नेचुरल एंटीऑक्सीडेंट है, जो इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है। यह फंगस, बैक्टीरिया और पैरासाइट्स से होने वाले इंफेक्शन को कम करने में भी मदद करता है।
सूजन करे कम
इसमें काउंटरेक्ट एन्जाइम्स होते हैं, जो जोड़ों के दर्द और शरीर में सूजन को कम करते हैं।
पोषक तत्वों से भरपूर
दालचीनी में बहुत सारे कार्बोहाइड्रेट और सैचुरेटेड फैटी एसिड होते हैं। इसके अलावा इसमें विटामिन्स, कॉलिन, पायरीडॉक्सिन, पैंटोथेनिक एसिड, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, सोडियम, आयरन, मैगनीज और जिंक जैसे तत्व भी पाए जाते हैं।

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