Health : शादी के बाद आधे से अधिक युवा महिलाएं अनियमित, दर्दनाक और मासिक बन्द होने से पीड़ित

एम्स के रिपोर्ट के अनुसार शादी के बाद आधे से अधिक युवा महिलाएं अनियमित, दर्दनाक और मासिक बन्द होने से पीड़ित है। मर्दो की तरह चेहरे और हाथो पर थोड़े बहुत बाल आ रहे है। तेजी से मोटी हो रही है। बांझपन आ रहा है जिसका इलाज कराते कराते आधी ज़िन्दगी खप जाती है। इसी कारण औरते कम उम्र मे मधुमेह, हृदय रोग और कैन्सर की शिकार हो रही है। संक्षेप मे सभी लक्षणो को पीसीओएस यानी पाॅली सिस्टीक ओवरी सिनड्राम कहते है।

पीसीओएस महिलाओ के अंडाशय में अधिक मात्रा में पुरुष गुण वाले एण्ड्रोजन हार्मोन बनने के कारण होता है। मेडिकल विज्ञान का मानना है कि जो लड़कियां स्कूल काॅलेज के दिनो मे पिज़्ज़ा, बर्गर, भुजिया, साॅस, चाइनीज फुड जैसे रेडिमेड और फास्ट फुड अधिक पसँद करते है या अधिक मोटी है और बातो को मथने की आदत है। उनमे पीसीओएस होने के सम्भावना अधिक होती है। कम उम्र मे डायबीटीस और थायरायड हो जाना भी इस बिमारी को बूलावा देता है।
चिकित्सक इस बिमारी की पहचान सोनोग्राफी मे सिस्ट या गाॅठ देखकर कर लेते है। आगे रक्त जांच से एल एच और एफ एस एच की अधिक मात्रा मे और एफ एस एच रेशियो डीएचइए के माप से कन्फ़र्म किया जाता है। इस बिमारी का इलाज काफी जटिल और मुश्किल है। दवा के अलावा जीवन शैली मे बदलाव कर ही पीसीओएस को ठीक किया जा सकता है। दवा से सिर्फ गर्भधारण में मदद की जा सकती है और मुंहासो, चेहरे व हाथो के बाल को रोका जाता है।
इस बिमारी मे दवा के अलावा वजन कम करना बहुत जरुरी होता है। फल और सब्जी अधिक मात्रा मे लेना और तनाव बढ़ाने वाले माहौल से अलग बिंदास और खुशहाल लाइफ बिताना जरुरी है। ऑपरेशन जिसे लैप्रोसकोपिक ओवरियन ड्रिलिंग कहते है, मे लेसर किरणो से अंडाशय के सिस्ट मे छेद कर बिमारी ठीक कर दिया जाता है।

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