भारत में कोरोना के मामले 9 लाख के पार, WHO ने कहा-अभी बद से बदतर होगा कोरोना, इन 5 तरीकों से करें बचाव

कोरोना वायरस का प्रकोप अब तेजी से बढ़ रहा है। चीन से निकले इस खतरनाक वायरस ने दुनियाभर में 13,240,994 लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। कोविड-19 से मरने वालों की संख्या बढ़कर 575,627 हो गई है।

भारत में कोरोना वायरस की चपेट में 907,645 लोग आ चुके हैं और 23,727 की मौत हो गई है। कोरोना संक्रमितों की संख्या के मामले में भारत तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। इस महामारी से सबसे ज्यादा अमेरिका और ब्राजील प्रभावित हुए हैं। अमेरिका में जहां प्रभावितों की सख्या 3,479,483 पर पहुंच गई है, वहीं ब्राजील में यह आंकड़ा 1,887,959 पर पहुंच गया है।
कोरोना का प्रकोप अभी थमता नहीं दिख रहा है और यह बात विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी मानी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी कि महामारी विश्व स्तर पर बिगड़ रही है और 'कोरोना वायरस अभी बद से बदतर होने वाला है और भविष्य में सामान्य हालात दिखते नजर नहीं आ रहे हैं'

हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, डब्ल्यूएचओ प्रमुख डॉ. टेड्रोस एडनॉम गेब्रियेसस ने कहा है कि वायरस का कहर खत्म होने की बजाय अभी और भी भयावह हो सकता है। कई देश महामारी से निपटने में लापरवाही बरत रहे हैं, ऐसे में इसका असर पूरी दुनिया में दिख रहा है।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के नए मामले पहले की तुलना में अब ज्यादा तेजी से बढ़ रहे हैं और इससे साबित होता है, जिन एहतियात और उपाय की बात की जा रही है, उनका पालन नहीं किया जा रहा है। अगर कोरोना से लड़ने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए तो महामारी बद से बदतर होती जाएगी।
डब्ल्यूएचओ ने बताए बचने के उपाय
उन्होंने कहा कि अगर सामान्य बातों का ध्यान नहीं रखा जाएगा, तो हालात बिगड़ेंगे। ऐसे में एहतियात के तौर पर लोगों को हाथ धोना, सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन करना जरूरी है।

दो गज की दूरी जरूरी उन्होंने कहा, 'इस खास विषय को लेकर हम डब्ल्यूएचओ के मुख्यालय से आने वाली सूचनाओं पर नजर रख रहे हैं लेकिन आपको पता होगा कि आरंभिक चरण से ही हम 'दो गज दूरी' बनाए रखने पर लगातार जोर दे रहे हैं। दूरी बनाए रखने के इस विचार का पालन कर हम सुरक्षित रह सकते हैं क्योंकि सूक्ष्म बूंदें हवा में कुछ समय तक रह सकती है।'
हवा में फैल रहे वायरस से न घबराएं हैदराबाद स्थित आधुनिक जीव विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान करने वाले वैज्ञानिक ने कहा है कोरोना वायरस संक्रमण के हवा से फैलने संबंधी 200 से अधिक वैज्ञानिकों के एक समूह के दावे को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है।
हर जगह और हर किसी को संक्रमित नहीं करेगा उन्होंने यह भी कहा कि इस अध्ययन में सिर्फ यह बताने की कोशिश की गई है कि यह वायरस हवा में अस्थायी रूप से हो सकता है और इसका यह मतलब भी नहीं है कि वायरस हर जगह पहुंच रहा है और हर किसी को संक्रमित कर देगा।
सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी उन्होंने कहा कि वायरस से बचने के लिए सामाजिक दूरी बनाये रखने जैसी अन्य सावधानी बरतना जारी रखना चाहिए। हवा में फैलने का मतलब है यह पांच माइक्रोन से कम आकार की छोटी बूंदों (ड्रॉप्लेटस) में हवा में इधर-उधर जा सकता है और इसका मतलब यह हुआ कि बड़ी बूंदों के रूप में यह कुछ ही मिनटों तक हवा में रहेगा।
अधिक समय तक मास्क पहनना जरूरी यहां स्थित 'सीएसआईआर-सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी' (सीसीएमबी) के निदेशक राकेश मिश्रा ने कहा कि इसका मतलब यह है कि लोगों को अधिक समय तक मास्क पहनना चाहिए।

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