यदि आपकी शादी नहीं हो रही है तो आप सावन के महीने मे, शाम के समय सम्पूर्ण श्रृंगार करके माता गौरी के सामने बैठे, इसके बाद एक घी का दीपक जलाएं।
अब दीपक जलाने के बाद माता गौरी को श्रृंगार के सभी सामान किसी पात्र में रखकर अर्पित कर दें। अब इसके बाद श्रृंगार के सामान अर्पित कर 'ॐ ह्रीं गौर्ये नमः' मंत्र का जाप करे।
अब मंत्र जाप के बाद पूजा खत्म होने के बाद आप माता गौरी से शीघ्र विवाह की प्रार्थना करे। अब प्रार्थना करने के बाद श्रृंगार के सभी सामान जो आपने माता गौरी को चढ़ाएँ थे, किसी सुहागिन महिला को दे दे।