कोरोना वायरस हवा के जरिए भी फैल सकता है : WHO

महीनों पहले शुरू हुआ कोरोना वायरस अभी तक थमने का नाम नहीं ले रहा है। हर रोज इसको लेकर तरह तरह की खबरे सामने आ रही हैं। हाल ही में विश्व स्वास्थ संगठन (WHO)ने स्वीकारा है कि हवा से कोरोना इंफेक्शन के फैलने सबूत मिले हैं। उनका कहना है कि इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है।

हवा से फैलने के सबूत को स्वीकारा
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि WHO ने दुनियाभर के 200 से ज्यादा साइंटिस्ट द्वारा कोरोना वायरस के हवा से फैलने के सबूत को स्वीकारा है। WHO से साइंटिस्ट के समूह ने गाइडलाइन जारी करने के लिए कहा है।
"The possibility of airborne transmission in public settings... cannot be ruled out," Prof. Benedetta Allegranzi, WHO technical lead, says about COVID-19. https://t.co/Th3vW7M8kn"There is some evidence emerging, but is not definitive." pic.twitter.com/MqqzRUeiAb- ABC News Live (@ABCNewsLive) July 7, 2020
"The possibility of airborne transmission in public settings... cannot be ruled out," Prof. Benedetta Allegranzi, WHO technical lead, says about COVID-19. https://t.co/Th3vW7M8kn"There is some evidence emerging, but is not definitive." pic.twitter.com/MqqzRUeiAb
डब्ल्यूएचओ में कोरोना महामारी के टेकनीकल प्रमुख मारिया वान केरखोव ने एक समाचार ब्रीफिंग में कहा कि हम कोरोना संक्रमण के प्रसारण के तरीकों में से एक के रूप में एयरबोर्न ट्रांसमिशन(airborne transmission) और एयरोसोल ट्रांसमिशन(aerosol transmission) की संभावना के बारे में बात कर रहे हैं। हम इससे इनकार नहीं कर सकते हैं।
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नन्हें कण लोगों को इंफेक्ट कर सकते हैं
आपको बता दें कि अभी तक कहा जा रहा था कि कोरोना वायर खांसते, छींकते वक्त निकले ड्रॉपलेट के जरिए और संक्रमित शख्स के संपर्क में आने से फैलता है। जेनेवा स्थित WHO को क्लिनिकल इंफेक्शियस डिजीज जर्नल में पब्लिश एक खुले पत्र में 32 देशों KS 239 साइंटिस्ट ने इस बात के प्रमाण दिए कि हवा में मौजूद कोरोना के नन्हें कण लोगों को इंफेक्ट कर सकते हैं।

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