नई दिल्ली : छोटे बच्चे बदमाश होने के साथ ही गुस्सैल भी होते हैं। वह हर चीज को जल्द से जल्द जान लेने की कोशिश करते हैं। माना की उनका दिमाग अभी विकसित हो रहा है, लेकिन वह हमेशा एक्टिव रहता है। बच्चों को एक जगह पर आराम से बैठाना बहुत मुश्किल काम है। बच्चे उनके आसपास रखी सभी चीजों को छूने की कोशिश करते हैं। हालांकि हर नई चीज को जानने की यह कोशिश अच्छी है, लेकिन कभी कभार यही जिज्ञासा खतरनाक भी बन जाती है।
आइए जानें कि बच्चों के लिए कैसे तैयार करे 'बेबीप्रूफ बाथरूम', ताकि किसी भी तरह की कोई अनहोनी घटना न घटे। कभी भी बच्चे को बाथरूम में अकेला न छोड़ें। हमेशा कोई न कोई बच्चे के साथ बाथरूम में हो, ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके। बच्चों को अकेले बाथरूम में छोड़ना सही इसलिए भी नहीं है क्योंकि बाथटब में पानी गहरा होता है और बच्चा जिज्ञासा के चलते जरूर जाएगा। ऐसे में आपको ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।
बाथरूम में इस्तेमाल होने वाले सभी बिजली वाले उपकरणों को बंद करके केबिनट में रख दें। साथ ही सभी पावर प्लग को भी लॉक कर दें, ताकि बच्चा उनमें उंगली न डाल सके। इसी के साथ सभी सॉकेट को भी कवर कर दें ताकि बाथरूम शोकप्रूफ बन जाए और बच्चा सुरक्षित रहे। बढ़ती उम्र में बच्चों के लिए हर चीज कौतूहल का विषय रहती है। ऐसे में एहतियात के तौर पर दरवाजों में ऐसी कुंडियां लगवाएं जिसे बच्चा खोल न पाए।
इससे आप सुनिश्चित रहेंगे कि बच्चा आपकी मदद के बिना अंदर नहीं जा पाएगा। अकसर पायदान फिसलते हैं, ऐसे में बच्चे को गिरने से बचाने के लिए रेग्युलर पायदान के बजाए स्कीड प्रूफ पायदान काम में लें। कुछ लोग तो बेबी के लिए पूरी फ्लोरिंग ही बदलवा लेते हैं क्योंकि बाथरूम में भी मार्बल या टाइल्स लगी होती हैं।
इन पर फिसलन ज्यादा होती है, ऐसे में एक पायदान बदलना भी बहुत अच्छा विकल्प है। बच्चों को बाथटब में खेलना बहुत पसंद होता है। ऐसे में यह सुनिश्चित करें कि बाथटब के किनारे मुलायम हों, ताकि बच्चे के चोट न लगे। साथ ही टब को स्कीड प्रूफ मैट पर ही रखें ताकि उसके पलटने की संभावना कम हो जाए।