मुंबई का पश्चिमी इलाका यानी की गोरेगांव से दहिसर कोरोना का नया हब बना हुआ है। इन इलाको में कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। कई मरीजे ऐसे है जिन्हे किडनी से जुड़ी बिमारियां भी है। इन मरीजों को कोरोना के इलाज के साथ साथ डायलिसिस की भी सुविधा की जरुरत होती है। लेकिन गोरेगांव से दहिसर के बीच बीएमसी कोविड अस्पताल में डायलिसिस सुविधा उपलब्ध ही नहीं है।
बीएमसी पर आरोप
बीजेपी विधायक योगेश सागर ने बीएमसी पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा की' BMC कोविड अस्पतालों में गोरेगांव से दहिसर के बीच कोविड 19 रोगियों के लिए डायलिसिस सुविधा उपलब्ध नहीं है। यह एक बड़ी प्रशासनिक विफलता है। BMC का 80,000 करोड़ रुपये की FD का उपयोग क्या है, अगर कोविड मरीज को डायलिसिस के लिए कांदिवली के शताब्दी अस्पताल से नायर अस्पताल भेजा जाता है?'
इन इलाको में लगातार बढ़ रहे कोरोना के मरीज
आपको बता दे की मुंबई के मालाड, कांदिवली, बोरिवली और दहिसर इलाके में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसके मद्देनजर मनपा और पुलिस प्रशासन ने प्रभावित इलाके में लॉक डाउन को लेकर नियम सख्त कर दिए है। ज़रूरी होने पर ही लोगों को घरों से बाहर निकलने को कहा है तो वही अवश्य दुकानों को खोलने की इजाज़त दी है। मरीजों की संख्या पर काबू पाने के लिए बीएमसी ने इन इलाको में धारावी पैटर्न को भी लागू किया है। इसके साथ ही रैपिड टेस्ट भी किये जा रहे है और जगह जगह पर मेडिकल कैंप भी आयोजित किये जा रहे है।
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