पीरियड्स को लेकर एक हमारे सोसाइटी में एक सोच बनी हुई है, इसे लेकर बात करने में खुद औरते शर्माती हैं। देश में पीरीयड्स को लेकर जानकारी न होने के कारण कई महिलाओं को कितनी बीमारियों को झेलना पड़ता है जिसे वह खुद भी अनजान होती हैं। यहां बचपने से ही इन सब बातों पर बात करने से रोका जाता है यहां तक की लड़कियों को पहली बार जब पीरियड्स होते हैं तो उन्हें खुद ही नहीं पता होता है कि उनके साथ ये क्या हो रहा है। खुद को मेंटली भी तैयार नहीं कर पाती है अचानक ये होने पर अंदर से डर जाती हैं हालांकि बाद में उन्हें पता चल जाता है।
अक्सर लड़कियां अपनी मां से ही पीरियड्स के बारे में पूछती हैं, मां की ये जिम्मेदारी है कि वह अपने बेटी को सही जानकारी दें। इसके बारे में जागरूक करें। अक्सर कुछ लोग लड़कियों के सवाल के जवाब देने में कतराती हैं और उन्हें गलत जानकारी दे देती हैं। किशोरियों के मन ऐसे कई सवाल उठते हैं तो चलिए जानते हैं कुछ ऐसे सवालों के जवाब जो अक्सर दिमाग में आते हैं और इसे लेकर कुछ सावधानियां भी जिन्हें बरतनी चाहिए।
पैड का सही इस्तेमाल करें, पैड को कम से कम 6 घंटे में बदलते रहे। क्योंकि ज्यादा देर तर पैड न बदलने से बैक्टीरिया हो सकती है जो इंचिंग जैसे परेशानी पैदा कर सकती है। इसलिए समय-समय पर पैड बदलते रहें। इससे आप संक्रमण से बचेंगी।
अगर आप डाइटिंग कर रही हैं तो पीरियड्स के टाइम पर डाइटिंग करना बंद कर दें। क्योंकि पीरियड्स के दौरान आहार की कमी से आपको दिक्कत हो सकती है। जिसका असर आपके पीरियड्स पर पड़ता है। क्योंकि पीरियड्स का हमारे खान-पान पर काफी प्रभाव पड़ता है। इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि आप पीरियड्स के दौरान पोष्टिक आहार ले रही हैं कि नही।
पीरियड्स के दौरान शरीर में हार्मोनल बदलाव होतें हैं। इसलिए मूड थोड़ा खराब रह सकता है। चिड़चिड़ापन महसूस हो ऐसे में आप जितना हो सके जंक फूड क्रेंविंग भी महसूस कर सकते हैं इसलिए खुद को अनहेल्दी फूड से दूर रहें।
अगर आप फैमिली प्लानिंग नहीं कर रही हैं तो ये सोचकर सेक्स ना करें कि आप परीरियड्स के दौरान प्रेग्नेंट नहीं हो सकती हैं। पीरियड्स के दौरान अगर आप सुरक्षित संबंध बनाती हैं तो आपको परेशानी में डाल सकता है।
वैसे तो जननांगों पर कभी भी साबून का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। न ही एल्कोहोल वाले वेट टिशू पेपर का इस्तेमाल करें ऐसा करने से ड्राईनेस बढ़ सकती है जो खुजली या दूसरे संक्रमण का कारण बनते हैं।
अगर आप एक्सरसाइज करती हैं तो पीरियड्स के दौरान ना ही करें तो ज्यादा बेहतर होगा। शारीरिक श्रम से बचे ये आपके लिए बेहतर होगा। पीरियड्स के दौरान कमर में दर्द होते है तो आराम करें।