फैटी लिवर के मरीजों के लिए दालचीनी का इस्तेमाल फायदेमंद माना जाता है। इसमें एंटी-इंफ्लामेट्री गुण होते हैं जो इस बीमारी के कारण लिवर में आई सूजन को कम करने में मददगार है। इसके सेवन के लिए एक बर्तन में एक गिलास पानी और दालचीनी की 2 स्टिक डालें और उसे उबाल लें। 2 से 3 मिनट के बाद पानी को छान लें और सेवन करें। बेहतर परिणामों के लिए हेल्थ एक्सपर्ट्स रोज सुबह इसके सेवन की सलाह देते हैं।
इन चीजों का भी कर सकते हैं इस्तेमाल: हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो करेला में एंटी-इंफ्लामेट्री गुण होते हैं जो लिवर में सूजन होने से रोकते हैं। साथ ही, इसके सेवन से फैटी लिवर को बढ़ाने में मददगार लिपिड को कंट्रोल करने में भी आसानी हो जाती है। सौंफ का सेवन भी फैटी लिवर के मरीजों के लिए मददगार हो सकता है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स लिवर में आसानी से संक्रमण नहीं होने देते और फैटी लिवर की समस्या को कम करने में भी मददगार होते हैं।
मात्रा का रखें ध्यान: इम्युनिटी बढ़ाने से लेकर कई बीमारियों को दूर करने में दालचीनी का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन इसके अधिक इस्तेमाल से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां भी हो सकती हैं। इसमें मौजूद तत्व कूमरिन अगर शरीर में ज्यादा मात्रा में चला जाए तो हानिकारक साबित हो सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ की मानें तो एक हेल्दी व्यक्ति को दिनभर में 5 मिलीग्राम दालचीनी से ज्यादा नहीं खाना चाहिए। इसके अधिक सेवन से कैंसर, लिवर डैमेज, सांस संबंधी परेशानियां, मुंह में छाले, लो बीपी की समस्या हो सकती है।