-वेतन नहीं मिला तो कर्मचारी पहुंचे न्यायालय की शरणजयपुर।
कोरोना संक्रमण काल के दौरान भी काम कर रहे जयपुर सिटी ट्रांस्पोर्ट सर्विसेज लिमिटेड (जेसीटीएसएल) के कर्मचारियों को तीन महीनों (अप्रैल, मई, जून) का वेतन नहीं मिला है।
परेशान कर्मचारियों ने अब न्यायालय की शरण ली है। न्यायालय ने इस मामले में अधिकारियों से चार सप्ताह में जवाब मांगा है।
जेसीटीएसएल एम्पलाइज यूनियन के अध्यक्ष विपिन चौधरी ने बताया कि तीन महीनों का वेतन नहीं मिलने के कारण कर्मचारियों की आर्थिक स्थित खराब हो चुकी है।
वेतन के अलावा भी उनकी कई मांगे लंबित पड़ी है, जिनकी सुनवाई नहीं की जा रही है। जेसीटीएसएल को सरकार की ओर से 10 करोड़ का फंड मिल चुका है, लेकिन अधिकारी उनके वेतन का भुगतान नहीं कर रहे हैं।
इस संबंध में यूनियन की ओर से मुख्यमंत्री तक को ज्ञापन दिया जा चुका है, लेकिन हर जगह से उन्हें निराशा ही हाथ लगी।
ऐसे में यूनियन की ओर से राजस्थान उच्च न्यायालय में रिट लगाई गई थी। आज मामले की सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय ने अधिकारियों को ताकीद किया है कि वह चार सप्ताह में मामले की पूरी रिपोर्ट न्यायालय के समक्ष पेश करें।
इससे पहले भी जेसीटीएसएल के कर्मचारियों को वेतन की समस्या दिसम्बर 2018 से लगातार बनी हुई है, जबकि इस सिटी ट्रांसपोर्ट बस सर्विस को हमेशा लाभ में बताया जाता है।
गौरतलब कि जयपुर शहर की लाइफ लाइन बन चुकी यह बस सेवा 24 मार्च से ही बन्द पड़ी है। हालांकि, सरकार धीरे-धीरे सभी सेवाएं शुरू कर चुकी है, किन्तु धार्मिक स्थलों, स्कूलों, कॉलेजों आदि की तरह जेसीटीएसएल को भी अभी तक शुरू नहीं किया गया है।