तिरुवनंतपुरम, 3 जुलाई (आईएएनएस)। पूर्व रक्षा मंत्री ए. के. एंटनी ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लद्दाख में अग्रिम इलाकों (फॉरवर्ड लोकेशन) के दौरे को एक आम बात कहा है। एंटनी ने कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री के लिए अग्रिम इलाकों का दौरा करना आम बात है क्योंकि इससे रक्षा बलों का जबरदस्त मनोबल बढ़ता है।वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने मोदी के लेह दौरे के संबंध में कहा, मोदी द्वारा लेह की आज की यात्रा अच्छी है; उन्होंने घायल सैनिकों से मुलाकात की। लेकिन अगर कोई पीछे मुड़कर देखे, तो प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री और इंदिरा गांधी ने एक दर्जन से अधिक बार गतिरोध वाले क्षेत्रों (सीमा) का दौरा किया है और किसी को भी इसे (मोदी की यात्रा) उसी तरह से देखना चाहिए।
एंटनी ने केंद्र में दोनों संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकारों में 2006 से 2014 तक रक्षा मंत्री का पद संभाला है, जो कि उनका रक्षा मंत्री के तौर पर एक रिकॉर्ड कार्यकाल रहा है।
एंटनी ने कहा, तत्कालीन रक्षा मंत्री के साथ इंदिरा गांधी ने 1971 में उसी जगह का दौरा किया था, जहां मोदी ने शुक्रवार को दौरा किया है। इस तरह के दौरे रक्षा बलों में सभी के लिए मनोबल बढ़ाने वाले होंगे।
उन्होंने कहा कि चीन उन क्षेत्रों में काफी आगे तक बढ़ा है, जहां वह अतीत में कभी नहीं बढ़ा था, जैसे कि गलवान घाटी में।
एंटनी ने कहा, समय की जरूरत यथास्थिति के लिए है; चीन को वापस जाना चाहिए और अगर वह ऐसा नहीं करता है तो उन्हें वहां से खदेड़ दिया जाना चाहिए।
पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन सीमा पर चल रहे तनाव के बीच मोदी ने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए शुक्रवार सुबह लेह और अग्रिम इलाकों का दौरा किया। लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून की रात भारतीय व चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के 18 दिनों बाद उनका यह दौरा चीन को एक सख्त संदेश है और साथ ही इससे भारतीय सुरक्षा बलों का मनोबल भी बढ़ेगा।
-आईएएनएस