न्यू दिल्ली: 14 जून वह अलादीन था जिस दिन बॉलीवुड के एक काली अक्षर दर्ज हो गई। इस दिन बिहार सिंह राजपूत ने कर ली थी।आखिर वह दिन कौन भूल सकता है। लेकिन क्या आपको पता है कि राजपूत ने पहली बार विफल होने के बाद फिर दूसरी बार फांसी लगाई थी।
जी हां, जब पुलिस ने कमरे की अच्छी सी छानबीन की तो उन्हें पता चला कि बाथरूम का बाथरोप तो टूटा हुआ था। पुलिस को वहां पे बाथरोप के काफी टुकड़े मिले। साथ ही साथ सुशांत सिंह राजपूत की अलमारी भी अस्त-व्यस्त थी।
इससे पुलिस ने यह अंदाजा लगाया कि शायद सुशांत सिंह राजपूत ने पहली बार बाथरूम में आत्महत्या करने की कोशिश की थी लेकिन रस्सी टूट जाने के कारण के विफल हो गए। उन्होंने अपनी अलमारी से कुर्ता निकाला जो कि हरे रंग का था और जिसका रंग हरे रंग का था।
फिलहाल पुलिस उस कुर्ते को फॉरेंसिक लैब में टेस्ट के लिए भेज चुकी है ताकि यह अंदाजा लगाया जा सके कि क्या वह कुर्ता किसी व्यक्ति के वजन को उठाने योग्य था कि नहीं।
भले ही सुशांत सिंह राजपूत ने खुदकुशी की हो लेकिन हम नहीं जानते कि उनके पीछे क्या वजह रही कि उन्होंने खुदकुशी कर ली। किसी को भी खुदकुशी करने के लिए बहुत ही मजबूत निर्णय लेना पड़ता है जो कि काफी दुख के बाद आता है। इसलिए खुद खुशी भी किसी के उकसाने से ही हो सकती है भले ही वह मर्डर ना हो।
"दिखाई ना दे पर शामिल जरूर होता है,हर खुदकुशी करने वाले का कातिल जरूर होता l"
???RIP