टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाजों की जोड़ी व ने पिछले बहुत ज्यादा वक्त से टीम में अपनी अहम किरदार निभाई है। शिखर व रोहित की सुपरहिट जोड़ी वर्ष 2013 से क्रिकेट के मैदान पर कमाल दिखाती आ रही है, जिसकी वजह से इस जोड़ी के फैंस की तादात में लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है।
शिखर व रोहित की जोड़ी ने अब तक वनडे क्रिकेट में 16 शतकीय साझेदारियां की हैं, जिसकी वजह से ये जोड़ी सबसे ज्यादा शतकीय साझेदारियां करने वाली जोड़ियों की लिस्ट में मैथ्यू हेडन (Matthew Hayden) व एडम गिलक्रिस्ट (Adam Gilchrist) की जोड़ी की तरह दूसरे नंबर पर आ चुकी है। हेडन व गिलक्रिस्ट की जोड़ी ने भी 16 शतकीय साझेदारियां की हैं। पहले नंबर पर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) व सौरव गांगुली (Sourav Ganguly) की जोड़ी है जिन्होंने 21 शतकीय साझेदारियां की है।
अब शिखर धवन व रोहित शर्मा की शानदार जोड़ी की भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर इरफान पठान (Irfan Pathan) ने बहुत ज्यादा तारीफ की है। हाल ही में इरफान ने अपने एक साक्षात्कार में रोहित व शिखर की जोड़ी के बारे में बात करते हुए बोला है कि- 'सब जानते हैं कि शिखर धवन बहुत ज्यादा खुलकर खेलते हैं व रोहित को वक्त भी देते हैं। हम ये भी जानते हैं कि कैसे रोहित शर्मा एकदम से आक्रामक हो जाते हैं, मगर ऐसा करने के लिए रोहित को प्रारम्भ में वक्त चाहिए होता है। '
इसके अतिरिक्त इरफान ने यहां ये भी बोला कि शिखर व रोहित का आपसी तालमेल बहुत ज्यादा अच्छा है, वो दोनों ही एक-दूसरे की क्षमताओं के बारे में जानते हैं। इस बात से बहुत फर्क पड़ता है कि आपका पार्टनर आपके खेल के बारे में कितना जानता है। पठान ने आगे कहा, 'आपको क्रिकेट में अपनी ताकत के साथ-साथ कमजोरी के बारे में जानने के लिए भी पिच के दूसरी तरफ किसी साथी की आवश्यकता होती है, व ऐसे ही शिखर धवन जानते हैं कि रोहित को आरंभ में कुछ ओवरों की आवश्यकता होती है। ऐसे में शिखर इस बात की जिम्मेदारी लेते हैं व रोहित को समय देते हैं व इसी वजह से उनकी जोड़ी पास भी है। उस वक्त में जब तक सामने वाली टीम के स्पिनर आते है तब तक रोहित मैदान पर जम चुके होते है। '
वैसे आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि अभी कुछ समय पहले ही खुद शिखर धवन ने अपनी व रोहित शर्मा की जोड़ी के बारे में बात की थी। सोशल मीडिया पर एक लाइव सेशन के दौरान धवन ने बोला था, 'मैं रोहित शर्मा को उस वक्त से जानता हूं जब हम दोनों अंडर-19 खेला करते थे। हम साथ में कैंप करते थे। हमें तभी से एक दूसरे पर भरोसा करते हैं व हमारी दोस्ती भी तभी से है। विश्वास व एक-दूसरे पर यही भरोसा आज हमारे बहुत कार्य आता है। जब भी मुझे बल्लेबाजी करने में कठिनाई होती है तो मैं रोहित से पूछता हूं व तब मैदान पर खेल के बीच में हमारी बहुत ज्यादा बात-चीत भी होती है। मैं व रोहित वर्ष के लगभग 230 दिन साथ में ट्रेवल करते हैं। '