आखिर क्यों मुंबई के बांद्रा और खार इलाके की देश भर में हो रही है चर्चा

मुंबई में कोरोना (Coronavirus in mumbai) के प्रसार को रोकने के लिए मुंबई नगर निगम यानी BMC का स्वास्थ्य विभाग दिन-रात काम कर रहा है। हालांकि कुछ इलाकों में मरीजों की संख्या में वृद्धि हो रही है तो कुछ इलाकों में मरीजों की संख्या में लगातार कमी भी आ रही है।मुंबई के एच/ईस्ट और एफ/नॉर्थ वार्डों में मरीजों की दोगुनी होने की दर यानी डबलिंग रेट अब 100 दिन से अधिक हो गई है, जो कि BMC के लिए काफी राहत की बात है। मुंबई के 8 विभागों में यह अवधि 50 दिनों से अधिक है।

बताया जाता है कि देश भर में जो भी इलाका या क्षेत्र कोरोना से प्रभावित है उनमें बांद्रा पूर्व और खार पूर्व ही ऐसा इलाका है जहां कोरोना का डबलिंग रेट 100 दिन से अधिक है।
एच/ईस्ट विभाग में, जिसमें बांद्रा ईस्ट, खार ईस्ट आदि शामिल हैं, यहां कोरोना का डबलिंग रेट वर्तमान में 108 दिन है। साथ ही माटुंगा और वडाला क्षेत्रों में, कोरोना रोगियों के दोगुनी होने की दर यानी डबलिंग रेट की अवधि 100 दिन हो गई है।
बीएमसी के 24 विभागों में रोगियों के दोहरीकरण की औसत अवधि 41 दिन है। एम ईस्ट डिवीजन (मानखुर्द, गोवंडी) 79 दिन, ई डिवीजन (बायकुला) 77 दिन, एल डिवीजन (कुर्ला) 73 दिन, बी डिवीजन (सैंडहर्स्ट रोड) 71 दिन, ए डिवीजन (कोलाबा, किला) 70 दिन, एम वेस्ट ( चेम्बूर (61 दिन), जी नॉर्थ (दादर) 61 दिन और जी साउथ (वर्ली, प्रभादेवी) में डबलिंग रेट 56 दिन है।
गौरतलब है कि मुंबई में सरकार और प्रशासन द्वारा कोरोना को फैलने से रोकने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं बावजूद इसके कोरोना लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अब नए इलाके कोरोना के लिए हॉटस्पॉट बन रहे हैं। मुंबई में कोरोना से अब तक 4 हजार लोगों की मौत हो चुकी है और कुल केस 70 हजार से अधिक हो गए हैं।

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