ऑस्ट्रेलिया दौरे पर स्टीवन स्मिथ को संभाल लेंगे भारतीय गेंदबाज, रोहित शर्मा होंगे खतरनाक

विश्व क्रिकेट में वैसे पिछले तीन महीनों से भी ज्यादा वक्त से कोरोना काल के कारण क्रिकेट बंद पड़ा है। लेकिन अगले महीनें से वेस्टइंडीज और के बीच फिर से इंटरनेशनल क्रिकेट वापसी कर रहा है। भले ही इस सीरीज से इंटरनेशनल क्रिकेट ट्रेक पर लौटने जा रहा है लेकिन विश्व के कई फैंस को साल के अंत में होने वाले भारत-ऑस्ट्रेलिया मुकाबले पर नजरें हैं।

ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर इस बार भारत को मिलेगी कड़ी चुनौती
क्रिकेट फैंस को इंतजार है कि कब भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर ऑस्ट्रेलिया की टीम से लोहा लेगी। वैसे इस बार के ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर एक कांटेदार मुकाबले की आस है, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया की टीम में उनके स्टार खिलाड़ी लौट आए हैं।
भारत ने साल 2018-19 के दौरे पर शानदार जीत हासिल की थी लेकिन इस बार स्टीवन स्मिथ और डेविड वार्नर के आने से कई दिग्गजों का मानना है कि भारतीय टीम के लिए इस बार से कड़ी चुनौती मिलेगी।
माइक आर्थटन हैं भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज के लिए उत्साहित
वैसे इस बार भारतीय क्रिकेट टीम की तेज गेंदबाजी जिस तरह का कमाल कर रही है उससे तो ऑस्ट्रेलिया के लिए भी इतना आसान नहीं रहेगा। इसी कारण से इस रोचक मुकाबले में क्रिकेट जगत की नजरें टिकी हैं। इसी बीच इंग्लैंड के पूर्व महान बल्लेबाज माइक आर्थटन काफी उत्सुक हैं।
सोनी टेन के एक कार्यक्रम पिट-स्टॉप में माइक आर्थटन ने स्मिथ के खिलाफ भारत की रणनीति को लेकर कहा कि
“मैं ये देखने के लिए बहुत ही उत्सुक रहूंगा कि भारत उसके लिए कैसी रणनीति बनाता है। उनकी बल्लेबाजी का अलग तरीका है। वो अपंरपरागत हैं, लेकिन मैं उनकी बल्लेबाजी देखने का आनंद लेता हूं। मुझे लगता है कि खेल तब बेहतर बनता है जब उसे कुछ ऐसे लोग खेल रहे हों, जिनके खेलने का तरीका पूरी तरह से अलग हों।”
भारत के पास हैं बेहतरीन तेज गेंदबाजी आक्रमण
आर्थटन ने आगे कहा कि
“जसप्रीत बुमराह, और ईशांत शर्मा जैसे अच्छे तेज गेंदबाजों की उपस्थिति में मुकाबला बराबरी का बन जाता है। भारतीय क्रिकेट फैंस जिस तरह से उम्मीद करेंगे वो उसका मजबूत गेंदबाजी आक्रमण है। अच्छे तेज गेंदबाजी आक्रमण के बिना ऑस्ट्रेलिया में जीत दर्ज करना बहुत मुश्किल है।”
इसके अलावा इस इंग्लिश दिग्गज बल्लेबाज ने आगे कहा कि “भारतीय बल्लेबाजों को देखने में मुझे काफी आनंद आता है। क्योंकि वे मुझे बहुत ही नेचुरल लगते हैं। उन पर तकनीकी अपनाने के लिए दबाव नहीं बनाया जाता है। इसके लिए रोहित शर्मा से बेहतर उदाहरण नहीं हो सकता है। “

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