जयपुर
राजस्थान के चूरू का वो लड़का, जो कभी बाह्य पढ़ना चाहता था। गांव का वो युवक, जो शिक्षक बनना चाहता था। एक नौजवान, जो सियासतदार बनते-बनते प्रदेश का सबसे बड़ा गैंगस्टर बन गया। उस गैंगस्टर की कहानी, जिसने जीते जी पुलिस की नींद हराम कर दी और उसकी मौत ने प्रदेश की सरकार को हिला कर रख दिया था।
भले ही इस कहानी का अंत हुए 3 साल और 2 दिन पूरे हो गए हो, किन्तु उसकी अंतिम दिनों की कहानी ने एक बार फिर से राज्य की सियासत में उबाल ला दिया है। हां, लेकिन इस बार राज्य की कांग्रेस सरकार को कोई तकलीफ नहीं होगी।
सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (सीबीआई) के द्वारा शनिवार को कोर्ट में आनंदपाल एनकाउंटर के बाद श्रद्धांजलि सभा के दौरान हुए दंगे के लिए उकसाने वालों में शामिल 24 लोगों के खिलाफ चालान पेश किया गया है।
24 लोगों की इस सूची में वर्तमान विधायक, पूर्व विधायक, वकील, राजपूत समाज के नेता, स्टूडेंट्स और खुद आनंदपाल सिंह की छोटी बेटी चीनू का नाम भी शामिल है। सीबीआई ने इन 24 जनों को श्रद्धांजलि सभा के दौरान दंगा करवाने के लिए दोषी माना है।
आपको याद दिला दें कि तब राजस्थान में भाजपा की वसुंधरा राजे नेतृत्व वाली सरकार थी और उसने 5 राजपूत मंत्री थे, जिनमें राजेंद्र सिंह राठौड़, राजपाल सिंह, गजेंद्र सिंह खींवसर और पुष्पेंद्र सिंह कैबिन मंत्री थे। इसके अलावा विधानसभा में उपाध्यक्ष राव राजेंद्र सिंह भी शामिल थे।
आनंदपाल सिंह के एनकाउंटर के बाद राजपूत समाज के लोगों के द्वारा लगातार 19 दिन तक एनकाउंटर को फर्जी करार देते हुए सीबीआई जांच की मांग के लिए धरना प्रदर्शन किया गया था।
उसी दौरान राजपूत नेताओं की एक मीटिंग का वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें प्रदेश की भाजपा सरकार के यह सभी कैबिनेट मंत्री थे। वीडियो किसी होटल के होल का था, जिसमें राव राजेंद्र सिंह ने कहा था कि एक पंडोरा बॉक्स खुलेगा।
हालांकि राजपूत समाज के द्वारा तब आनंदपाल सिंह एनकाउंटर को फर्जी करार देते हुए उसकी सीबीआई जांच की मांग की गई थी, किंतु राज्य सरकार ने दंगे और आनंदपाल एनकाउंटर दोनों की जांच सीबीआई को सौंप दी थी।
अब करीब 3 साल बाद सीबीआई के द्वारा जांच पूरी कर ली गई है। सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन के द्वारा कहा गया है कि एनकाउंटर फर्जी नहीं था, लेकिन उसके बाद जो दंगे हुए, उसको कराने में राजपूत समाज के 24 लोग शामिल थे।
सबसे मजेदार बात यह है कि जिन राव राजेंद्र सिंह के द्वारा पंडोरा बॉक्स खुलने का दावा किया गया था, उनके ही जन्मदिन के अवसर पर शनिवार को सीबीआई ने जांच पूरी कर चार्जशीट दाखिल की है।
राजपूत समाज के द्वारा 24 जनों को अब सीबीआई के चंगुल से बचाने के लिए रणनीति बनाई जा रही है, किंतु इसके साथ ही एक बात और चर्चा में आ गई है कि राव राजेंद्र सिंह ने तभी इस पंडोरा बॉक्स के लिए चेतावनी दे दी थी।