सेहतमंद रहना चाहते हैं तो खानपान में करे ये बदलाव

बचपन से ही ध्यान दें ये चीजें एक साल तक के बच्चे के लिए मां का दूध अमृत होता है. मां का गाढ़ा दूध बच्चे को मजबूती देता है. छह माह से एक वर्ष के बच्चे को ऊपर का खाना देना चाहिए जिससे उसके शरीर को पोषक तत्त्व मिल सकें. इसमें दलिया, दूध, दाल दे सकते हैं. सभी खाद्य पदार्थ तरल रूप में होने चाहिएं जिन्हें वे सरलता से खा लें व पचा सकें.

दाल, पनीर व अंडा खाएं 10-18 आयु वर्ग के लड़के व लड़कियों के विकास के लिए यह समय महत्त्वपूर्ण होता है. इसमें शारीरिक विकास व हॉर्मोनल चेंज होते हैं. ऐसी अवस्था में शरीर में आयरन व कैल्शियम की मात्रा कम नहीं होनी चाहिए. वजन के हिसाब से प्रोटीन लेना महत्वपूर्ण है. एक किलो ग्राम वजन पर एक ग्राम प्रोटीन महत्वपूर्ण है.
खाने में 60 ग्राम प्रोटीन जरूरी 25-40 की आयु में तय मानक के अनुसार शरीर में कैलोरी कम नहीं होनी चाहिए. प्रोटीन व कार्बोहाइड्रेट्स के लिए फल, सब्जी, दाल, रोटी, चावल व अंडे का इस्तेमाल लाभकारी रहता है. इस आयु में पर्याप्त मात्रा में सभी पोषक तत्त्व मिलने से हड्डियां मजबूत होती हैं. खाने में करीब 60 ग्राम प्रोटीन महत्वपूर्ण है. एक अंडे व एक कटोरी चना दाल में 13 ग्राम प्रोटीन होता है. रंग-बिरंगी सब्जियां लें 60 की आयु के बाद अधिकांश लोग कार्य कम करते हैं. पुरुषों को रोजाना 2200 कैलोरी जबकि महिला के लिए 1800 कैलोरी की आवश्यकता होती है. एंटीऑक्सीडेंट्स की अधिक मात्रा लेना महत्वपूर्ण है. इसमें हरी व रंग बिरंगी सब्जी के साथ फल, दूध, मेवा खाना चाहिए. तरल में पानी, सूप व जूस लेना अच्छा रहता है.

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