आपने बड़ों को कहते हुए सुना होगा कि शरीर में लचीलापन होना बहुत जरूरी हैं अन्यथा यह कई समस्याओं का कारण बन सकता हैं। जी हाँ, अगर शरीर लचीला नहीं होता हैं तो आपकी मसल्स बहुत हैवी हो जाती हैं जिससे चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है। व्यायाम के साथ ही आपको कुछ बातों का ध्यान रखने की जरूरत होती हैं ताकि मांसपेशियों में ढ़ीलापन आ सकें। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।
चलते फिरते रहें घंटो तक अपनी वर्क डेस्ट कर बैठे रहना और सिस्टम को टकटकी लगाकर देखने से न केवल आपकी कूल्हे की मांसपेशियों प्रभावित होती है बल्कि आपकी पीठ के निचले हिस्से में भी दर्द और ऐंठन की समस्या बढ़ती है। इससे बचने के लिए, सबसे आसान तरीका यह है कि हर 1 घंटे में अपनी सीट से उठें और करीब 5 से 10 मिनट तक वॉक करें। इस दौरान आप चाहें तो अपन सगे संबंधियों या दोस्तों को कॉल कर सकते हैं।डांस करें अगर आपको लगता है कि स्ट्रेचिंग या एक्सरसाइज करने का आइडिया पूरी तरह से बोरिंग है, तो आप डांसिंग का विकल्प चुन सकते हैं। यह आपकी मांसपेशियों को लूज़ करने का न सिर्फ एक मज़ेदार तरीका है बल्कि इससे मांसपेशियां भी फिट रहती है।
बेसिक योगा करेंकौन कहता है कि अगर आपको फिट और लचीला रहना है तो आपको योगिनी बनना पड़ेगा? बल्कि आप नियमित रूप से बेसिक योगा कर भी अपनी मसल्स को कम कर फिट बॉडी पा सकते हैं। चाइल्ड पोज़, अपवर्ड डॉग पोज़, डाउनवर्ड डॉग पोज़ और कोबरा पोज़ जैसे पोज़ आपको बेहतर फ्लेक्स देने में मदद कर सकते हैं। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स फिजिकल थेरेपी में प्रकाशित एक शोध के अनुसार, केवल बेसिक योगा का अभ्यास भी आपकी मांसपेशियों को फिट रखता है।अच्छी तरह से बैठकर और सो कर बहुत कम लोग यह जानते हैं कि गलत तरीके से बैठना मांसपेशियों में कठोरता और दर्द का सबसे बड़ा तरीका होता है। लेकिन जानकारी के अभाव लोग जाने अनजाने में ऐसी भूल करते रहते हैं। उदाहरण के लिए यदि आप टीवी देख रहे हैं और आपकी गर्दन का एंगल सही नहीं है तो आपकी गर्दन में दर्द होना तय है। ठीक इसी तरह जब आप सोते हैं तो आपके सोने की पोजिशन भी सही नहीं होनी चाहिए। अन्यथा इससे आपकी बॉडी में दर्द होने के साथ ही मसल्स में भी खिचांव होगा।