कोलकाता: रविवार यानी की 21 जून 2020 को लगने वाला ये ग्रहण 900 साल बाद फिर से लगने जा रहा है जो की पूरे भारतवर्ष के लिए एक अभूतपूर्व खगोलीय घटना है। यह ग्रहण मिथुन राशि में लगेगा। ग्रहण 21 जून को सुबह 9:15 मिनट में आरंभ होगा और शाम 3:04 मिनट पर समाप्त होगा। रविवार को लगने वाले इस ग्रहण को चूड़ामणि ग्रहण भी कहा जाता है।
चूंकि यह ग्रहण भारत में दिखेगा इसलिए सूतक काल मान्य होगा। जो रात (शनिवार) को 10.15 मिनट पर लग गया है। आज पूरी दुनिया कोरोना महामारी से परेशान है पर अब घबराने की जरुरत नहीं है। नक्षत्रो के अध्यन से देखा जा रहा की इस ग्रहण के उपरांत अर्थात जून के अंतिम सप्ताह से कोरोना का असर कम होते जायेगा। एस्ट्रोलॉजर डॉ.मंजू रानी सिंह का दावा है की इस ग्रहण के उपरांत कोरोना की रफ्तार कमेगी।
ग्रहण काल के दौरान सूर्य मंत्र जप करें। "ॐह्रीह्री सूर्याय नमः" मंत्र जप से व्यक्ति को ग्रहण के अशुभ प्रभाव से राहत मिलती है। ग्रहण के दौरान भोजन पकाना तथा भोजन ग्रहण करना नहीं चाहिए। घर के मंदिर को भी ढक दें। ग्रहण के उपरांत स्नान करके भगवान को भी गंगा जल से स्नान करा दे और सामर्थ्य के अनुसार दान पुण्य भी करें।
इस ग्रहण का विभिन्न राशियों पर कैसा रहेगा प्रभाव:इस ग्रहण का विभिन्न राशियों पर कैसा रहेगा प्रभाव: मेष राशि: मेष राशि वालों को लाभ होगा। वृषभ राशि: वृषभ राशि वालों को आर्थिक हानि का सामना करना पड़ सकता है। मिथुन राशि: मिथुन राशि वालों को दुर्घटना का भय है, वाणी पर नियंत्रण रखें। कर्क राशि: कर्क राशि वालों को किसी के साथ लड़ाई झगड़ा हो सकती है। सिंह राशि: सिंह राशि वालों को आर्थिक लाभ होगा। कन्या राशि: कन्या राशि वालों को शुभ समाचार की प्राप्ति होगी। तुला राशि: तुला राशि वालों को अपने गुस्से पर काबू रखना होगा। वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि वालों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। धनु राशि: धनु राशि वालों को मानसिक तनाव होगी, जीवनसाथी का स्वास्थ्य खराब हो सकता है। मकर राशि: मकर राशि वालों के लिए ग्रहण शुभ फल देगा, अच्छे फल की प्राप्ति होगी। कुंभ राशि: कुंभ राशि वालों को मानसिक तनाव होगी। मीन राशि: मीन राशि वालों को मानसिक तनाव होगी तथा स्वास्थ्य खराब होने की आशंका रहेगी।