शरीर में खून का सही संचरण आपके शरीर को सही गतिविधि करने के लिए प्रेरित करता हैं और खून के संचरण में अवरोध कई समस्याएं खड़ी करता हैं। इसी तरह खून में हीमोग्लोबिन की संतुलित मात्रा का होना भी बहुत जरूरी हैं अन्यथा यह कई बीमारियों का कारण बनता हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि हीमोग्लोबिन की संतुलित मात्रा बनाने रखने के लिए हर संभव प्रयास किया जाए। आज इस कड़ी में हम आपके लिए कुछ ऐसे आहार लेकर आए हैं जो खून में हीमोग्लोबिन की कमी नहीं होने देते हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।गाजर गाजर का हलवा और सलाद के रूप में इसका सेवन किया जाता है। इसे ड्रिंक के रूप में भी पीया जाता है और इसकी सब्जी भी बनाई जाती है। इसमें मौजूद बीटा कैरोटीन हीमोग्लोबिन को बढ़ाने के लिए प्रभावी रूप से काम कर सकती है। हालांकि प्रेग्नेंसी में गाजर का अधिक सेवन करने से बचना चाहिए।
टमाटरटमाटर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करती है। टमाटर का सेवन करने से शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन-सी की भी मिलती है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाने के लिए भी प्रभावी रूप से काम करता है। आप चाहें तो टमाटर को जूस या सूप के रूप में भी पी सकते हैं।संतरा संतरा विटामिन-सी के प्रमुख स्रोत खाद्य पदार्थों में से एक है। इसे जूस के रूप में या फिर सामान्य तौर से भी खाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। संतरे का नियमित सेवन करने वाले लोगों में हीमोग्लोबिन की समस्या का खतरा कई गुना तक कम हो सकता है।
चुकंदरचुकंदर का सेवन करना हेल्थ के लिए बहुत अच्छा होता है। ये शरीर में खबून की मात्रा तो बढ़ाता ही है साथ ही खून को साफ भी करता है। कई लोग इसे कच्चा सलाद के रूप में खाना पसंद करते हैं तो वहीं कुछ लोग इसे जूस के रूप में भी पीते हैं। यह शरीर को डिटॉक्सिफाई करने के साथ-साथ हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाने के लिए भी प्रभावी माना जाता है। सप्ताह में कम से कम दो बार चुकंदर का सेवन करने वाले लोगों के शरीर में खून और हीमोग्लोबिन की समस्या का खतरा कई गुना तक कम हो सकता है।अनार शरीर में खून की मात्रा को बढ़ाने के लिए अनार का सेवन करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा रिसर्च के अनुसार भी अनार का सेवन करना हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाने के लिए बहुत असरकारी माना जाता है। आप चाहें तो अनार का सेवन करने के लिए इसे जूस के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं।गुड़ गुड़ आयरन का प्रमुख स्रोत माना जाता है और इसकी तासीर गर्म भी होती है। यह गले की खराश और सर्दी जुकाम में भी अदरक के साथ खाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि गुड़ का सेवन करने से रक्त संचार में बढ़ोतरी होती है और हीमोग्लोबिन की समस्या को दूर करने में भी काफी मदद मिलती है।