फलों का राजा आम खाना तो बड़ों से लेकर बच्चों तक को पसंद होता है। मगर, बच्चों का आम खिलाते समय कुछ बातों का ख्याल रखना बहुत जरूरी होता है। दरअसल, आम की तासीर गर्म होती है। ऐसे में इसका ज्यादा सेवन पेट की परेशानियों का कारण बन सकता है। वहीं आम खाने से पित्त की समस्या भी हो सकती है। चलिए आपको बताते हैं कि बच्चों को आम खिलाते वक्त किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है...
क्या ब्रेस्टमिल्क के साथ खिला सकते हैं आम?
नवजात जन्म के 6 माह तक मां का दूध ही पीता है। वहीं कुछ शिशु सालों तक मां का दूध पीते हैं। ऐसे महिलाओं के मन में सवाल होता है कि क्या मां के दूध के साथ बच्चे को आम दे सकते हैं। बता दें कि ब्रेस्ट मिल्क के साथ बच्चे को आम नहीं खिलाना चाहिए।
कैसे खिलाएं बच्चे को आम?
छोटे बच्चों को सीधे एक साबूत आम काटकर खिलाना एक नुकसानदेह हो सकता है। आप उन्हें आम को ठंडा और मैश करके मिश्री के साथ दें। यह गर्मी में उसके लिए ये फायदेमंद होगा। हो सके तो बच्चे को आठ महीने का हो जाने के बाद ही आम खिलाए क्योंकि तब तक बच्चे का पाचनतंत्र मजबूत हो जाएगा। वहीं 6 महीने की उम्र से पहले इसे कभी न दें।
बच्चों को आम को खिलाते समय ध्यान में रखें ये बातें
. उन्हें एक से ज्यादा आम खाने ना दें। . बच्चे को पहले फूड के रूप में न दें क्योंकि इन्हें पचाना मुश्किल होता है। इससे कब्ज और दस्त की परेशानी भी हो सकती है।
एलर्जी की टेस्टिंग करें
अगर आम खाने के बाद बच्चे को चकत्ते, दाने निकल आना या अपच जैसे ढीले दस्त की समस्या हो तो समझ लें कि उन्हें इससे एलर्जी है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप उन्हें आम खाने के लिए ना दें।
आम से एलर्जी के अन्य लक्षण
-सांस लेने में कठिनाई - त्वचा में लालिमा - खुजली या पित्ती के साथ चकत्ते - चेहरे की त्वचा के नीचे सूजन - गले या पेट में घरघराहट कर रहे हैं। -कुछ अन्य बच्चो में आंखों और मुंह में खुजली, पलकों में सूजन, पसीना आना और सीने में जकड़न भी हो सकती है।
आम खिलाने के बाद अपने बच्चे पर इसके होने वाले प्रभावों को लेकर नजर रखें। वहीं जैसे कि कुछ दिखाई दे, अपने डॉक्टर से संपर्क करें।