मधेपुरा। थाना क्षेत्र की सुखासन पंचायत के अर्राहा गांव के समीप से गुजरने वाली सुरसर नदी में एक महिला का शव मंगलवार की सुबह बरामद किया गया। शव की पहचान सदर प्रखंड के श्रीपुर चकला निवासी दुखी यादव की 24 वर्षीय लड़की गीता के रूप में की गई। मृतका के भाई राजेश कुमार ने बताया कि गीता देवी की शादी तीन वर्ष पूर्व सहरसा जिले के सौरबाजार थाना क्षेत्र के घौघणपट्टी गांव निवासी शंभू यादव के पुत्र जयप्रकाश यादव के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही गीता के ससुराल वालों की ओर से दहेज के लिए लगातार प्रताड़ित किया जा रहा रहा था। ससुराल के लोगों की प्रताड़ना से तंग आकर गीता अक्सर अपने मायके में ही रहती थी। मृतका के भाई ने बताया कि अभी कुछ दिन पूर्व ही उसे घौघणपट्टी पहुंचाया गया था। वहीं पुलिस को दिए बयान में गीता के पति जयप्रकाश यादव ने बताया कि सोमवार को अपनी पत्नी गीता को इलाज के लिए डॉक्टर के पास पतरघट ले गया था। डॉक्टर से दिखाने के बाद एक दुकान में अपनी पत्नी को बिठा कर कुछ काम के सिलसिले में दूसरी दुकान में गया था। वहां से लौटा तो पत्नी गायब थी। पत्नी गीता के साथ नौ महीने का लड़का भी था। वह भी गायब है।
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मंगलवार को गीता के पर्स से मिले नंबर के आधार पर मायके वालों को अरार ओपी क्षेत्र के अर्राहा से लोगों ने फोन कर एक महिला के शव मिलने की जानकारी दी। मायके से पहुंचे लोगों ने शव की पहचान गीता के रूप में की। घटना की जानकारी मिलते ही अरार ओपी प्रभारी ओपी अध्यक्ष अभय कुमार सिंह घटनास्थल पर पहुंचे और शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस मामले की पड़ताल में जुटी हुई है। मृतका गीता के भाई राजीव कुमार ने बताया की गीता के पति जयप्रकाश यादव, देवर ओम प्रकाश यादव,ससुर शंभू यादव ने अपने परिवार के अन्य सदस्यों के सहयोग से मिलकर उनकी बहन गीता व भांजा सुमन कुमार की हत्या कर दी है। अरार के प्रभारी ओपी अध्यक्ष अभय कुमार सिंह ने बताया की हत्या कैसे की गई है। उसका पता नहीं चल रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने बाद ही स्पष्ट हो पाएगा। वहीं प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
Posted By: Jagran
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