साल 2020 कोरोना महामारी (Corona epidemic) को लेकर आएगा, जो पूरी दुनिया में मौत का तांडव करेगी. इसके बारे में शायद ही किसी ने सोचा हो. आज जब लोग घरों में कैद हैं और अस्पतालों (Hospitals) में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं ऐसे में समाज का हर वर्ग लोगों की अपने-अपने तरह से मदद कर रहा है. इसी क्रम में राजकमल प्रकाशन क्वारंटीन सेंटरों (Quarantine Centers) के बाहर लोगों को फ्री में किताबें बांट कर लोगों की मदद कर रहा हैं. प्रकाशन का कहना है कि सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे इसलिए लोगों को किताबें पढ़ने के लिए दे रहे हैं. इससे लोग अपने घरों पर रहकर किताबें गे. इससे उनका समय भी व्यतीत हो जाएगा और वो लोगों के संपर्क में आने से भी बचे रहेंगे. राजकमल प्रकाशन समूह ने लॉकडाउन 4.0 में मिली थोड़ी छूट के बाद 6 मई को किताबों की होम डिलिवरी शुरू कर दी थी. साथ ही समूह के दरियागंज दफ्तर से भी किताबों की बिक्री आरंभ कर दी है. यहां पर आने वाले लोगों के लिए आफिस में प्रकाशन ने सेंसरयुक्त हैंड सैनिटाइजर डिस्पेंसर लगाया है. यह डिस्पेंसर राजस्थान सरकार द्वारा प्रमाणित ओटेमेटिक सेंसरयुक्त है. इससे बिना छुए हाथों को सैनिटाइज किया जा सकता है. यह पाठकों एवं दफ्तर के कर्मचारियों के लिए सुरक्षित और सुविधाजनक है.मास्क जीवन की अहम जरूत है राजकमल प्रकाशन ने लोगों से अपील की है कि कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए लोगों को मास्क जरूर लगाना चाहिए. क्योंकि फिलहाल कोरोना से आपको मास्क ही बचा सकता है. राजकमल प्रकाशन समूह ने सूती कपड़े का घर में सिला मास्क तैयार कराया है, जिसे किताब लेने आने वाले प्रत्येक पाठक को दिया जा रहा है. यह मास्क बार-बार धोकर उपयोग में लाया जा सकता है. यह सुविधा दिल्ली के साथ-साथ समूह के अन्य शाखा कार्यालयों में भी उपलब्ध है.ऑनलाइन किताबें मंगवाने वाले सभी पाठकों को भी यह मास्क प्रत्येक पार्सल के साथ भेजा जाता है.