एक या दोनों स्तनों में दर्द या जकड़न का कोई भी लक्षण महत्वपूर्ण नहीं कि गंभीर ही हो. लेकिन अगर दर्द का अनुभव नियमित रूप से होता है, तो इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए.
यह स्तन में कई जटिलताओं को जन्म दे सकता है. 70 फीसदी स्त्रियों को अपने ज़िंदगी में कभी न कभी स्तन में दर्द महसूस होता है. www.myupchar.com से जुड़े डाक्टर विशाल मकवाना का बोलना है कि स्तन का यह दर्द आमतौर पर 'मास्टाल्जिया' के रूप में जाना जाता है. आमतौर पर ब्रेस्ट में दर्द होना कोई गंभीर समस्या नहीं है. कुछ स्त्रियों को लगता है कि स्तन में दर्द होना ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण होने कि सम्भावना है, लेकिन ठीक तो यह है कि ऐसा बहुत ही कम देखा जाता है. दर्द चक्रीय या गैर-चक्रीय होने कि सम्भावना है. मासिक धर्म चक्र से जुड़ा दर्द चक्रीय होता है, जबकि गैर-चक्रीय दर्द स्तन के बजाय चोट, मांसपेशियों या ऊतकों से जुड़ा होता है. यदि नियमित रूप से अपने स्तनों की जाँच नहीं करते हैं, तो गैर-चक्रीय दर्द की पहचान करना कठिन है. स्त्रियों के स्तनों में दर्द होने के पांच सामान्य कारण यहां दिए गए हैं :ब्रेस्ट सिस्ट स्तनों में गांठ या सिस्ट का मतलब स्तन कैंसर नहीं है. अल्सर विभिन्न रूपों व आकारों के हो सकते हैं. ब्रेस्ट सिस्ट द्रव भरी हुई थैली होती है व ट्यूमर (कैंसर) से अलग होते हैं. वे आमतौर पर मासिक धर्म चक्र के दौरान बढ़े हुए होते हैं व रजोनिवृत्ति तक पहुंचने के बाद चले जाते हैं.चक्रीय ब्रेस्ट में दर्द स्तनों में चक्रीय दर्द प्रजनन चक्र से संबंधित है. यह आमतौर पर दोनों स्तनों को प्रभावित करता है व अवधि से पहले 2 हफ्ते के दौरान बिगड़ जाता है व बाद में सुधार होता है. ज्यादातर मामलों में, दर्द सामान्य है व इससे कोई चिंता नहीं होती है. यह स्तनों में असहजता महसूस कराता है.मैस्टाइटिस इसे संक्रमण या स्तन की सूजन के रूप में परिभाषित किया गया है. अगर दर्द स्तनों में संक्रमण के कारण होता है तो बुखार होने कि सम्भावना है व स्तनों में लालिमा आ सकती है. दर्द के कारण जलन भी महसूस हो सकती है. स्तनपान कराते समय यह दर्द अधिक तीव्र होता है. वास्तव में स्तन के अंदर की दूध की नलिका अवरुद्ध हो जाती है, जिससे स्तनों में दर्द या कसाव होने कि सम्भावना है. यदि दर्द दूर नहीं होता है अपने चिकित्सक की मदद लेनी चाहिए ताकि बच्चे को स्तनपान करा सकें.दवाएं कुछ दवाएं हैं जो स्तन दर्द का कारण बन सकती हैं. यह हार्मोनल स्तर में दवाओं के कारण होने वाले बदलाव के कारण होता है जैसे ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव्स, एंटीडिप्रेसेन्ट्स आदि. ऐसी कोई भी दवा लेने से पहले चिकित्सक से अपने शरीर व स्वास्थ्य पर संभावित दुष्प्रभावों के बारे में पूछना चाहिए.ब्रेस्ट कैंसर ज्यादातर बार ब्रेस्ट कैंसर दर्द से भरा नहीं होता है. महिलाएं दर्द की शिकायत या रिपोर्ट तभी करती हैं जब वह संक्रमित हो जाती है. ब्रेस्ट कैंसर के बारे में जागरूकता का अभाव है जो अक्सर इलाज में देरी करता है. समय-समय पर अपने स्तनों की जाँच करना व किसी अच्छे स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है.www.myupchar.com से जुड़े डाक्टर लक्ष्मीदत्त शुक्ला का बोलना है कि ब्रेस्ट दर्द के अन्य कारणों में स्तनों की कोशिकाओं के भीतर फैटी एसिड का असंतुलित होना, बड़े स्तन, स्तनपान कराना व बेकार ढंग की ब्रा पहनना भी शामिल है.