कोलकाताः उभरता सितारा सुशांत सिंह राजपूत ने बीते कल मुंबई के अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक सुशांत की मौत फांसी के कारण दम घुटने से हुई है। सुशांत सिंह राजपूत की खुदकुशी के बाद डिप्रेशन को लेकर चर्चा तेज हो गई है। लोग जानना चाहते हैं कि आखिर डिप्रेशन ने उनकी जान कैसे ले ली? अगर आप डिप्रेशन से परेशान हैं तो महानगर की हेल्प लाइन आपकी मदद करेगी।
खासकर ऐसे लोगों की जो अपनी बात घरवालों, दोस्तों से कहने में हिचकते हैं। जो अस्पताल आकर चिकित्सक से आमने-सामने अपनी समस्या बताने में कतराते हैं। अब हेल्प लाइन से उनको ऐसी परेशानी से निजात मिल सकती है। यह पहल हुई है 'लाइफ लाइन फाउंडेशन कोलकाता' एनजीओ द्वारा। डिप्रेशन से परेशान लोगों के लिए 'लाइफ लाइन फाउंडेशन कोलकाता' ने हेल्प लाइन की स्थापना की है।
'लाइफ लाइन फाउंडेशन कोलकाता' की ट्रस्टी व साइकोलोजिस्ट (न्यू लिफ-कंसलटेंट) शुभिका सिंह ने बताया कि डिप्रेशन अन्य बीमारियों की तरह ही एक बीमारी है। डिप्रेशन भारत के साथ ही दुनिया में तेजी से बढ़ रही बीमारी में गिनी जा रही है। ऐसी बीमारी, जिसके लक्षण समय से जान पाना आसान नहीं होता।
इस बीमारी में अक्सल कुछ चीजों को लेकर लोग तनाव में रहते हैं और किसी से अपने मन की बात भी साझा नहीं कर पाते। ऐसे में तनाव, उदासी से जूझ रहे लोगों की मदद करने के लिए पहल की गई है। 'लाइफ लाइन फाउंडेशन कोलकाता' ने हेल्प लाइन की स्थापना की है जिसके द्वारा ऐसे लोगों की सहायता की जा रही है जो डिप्रेशन में हैं। हेल्पलाइन नम्बर 03340447437 और 9088030303 है। हेल्प लाइन के नंबर पर हर दिन सुबह 10 से शाम 6 बजे तक फोन किया जा सकता है।
साइकोलोजिस्ट शुभिका सिंह ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकडों के मुताबिक दुनिया में हर साल 8 लाख लोग खुदकुशी करते हैं। इस कड़ी में यदि भारत की बात करें तो यहां हर साल 2,30,000 लोग खुदकुशी करते हैं।