हम सभी लोगों की आदते बिल्कुल अलग होती है चाहे वो खाने के मामले हो या और भी कोई मामले। बहुत सारे लोगों को यह नहीं पता होता है कि सोने की सही पॉजीशन क्या होती है? कुछ लोग पेट के बल सोते है तो कुछ पीठ के बल तो कुछ लोग साइड पॉजीशन में ही सोते है । लेकिन क्या आपको पता है कि पेट के बल सोना विल्कुल सही नहीं होता है? ऐसे लोग इस तरह से सोने की आदत के दुष्परिणामों के बारे में विल्कुल अनजान रहते हैं, और अपने स्वास्थ्य को जोखिम में डाल देते हैं।
आज हम आपको पेट के बल सोने से होने वाले नुकसानों के बारे में बताने जा रहे है। इसके अलावा आप यह भी जानेंगे कि कौन सी पोजीशन सोने के लिए सबसे सही है।
पेट के बल सोने से कमर में दर्द का होना- पेट के बल सोने से कमर में दर्द होता है क्योंकि इस तरह से सोने से आपके रीढ़ की हड्डी सामान्य आकर में नही रह पाती।
मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द का होना- मांसपेशियों में ऐंठन और दर्द का होने की मुख्य वजह पेट के बल सोना है क्योकि इससे खुन का संचार ठीक से न हो पाना है।
गर्दन में दर्द का होना- पेट के बल सोने से गर्दन की मांसपेशियां में खिंचाव होता है और खून का संचार भी गड़बड़ा जाता है। इसीलिए गर्दन में दर्द की शिकायतें सामने आती हैं। गर्दन से जुड़ी समस्या का एक कारण पेट के बल सोना है।
पेट के बल सोने से पाचन क्रिया में बाधा उत्पन्न होती है- पेट के बल सोने से पाचन क्रिया पर प्रतिकूल असर पड़ता है। अगर आपको पाचन सम्बन्धी कोई भी शिकायत है तो आप पेट के बल सोने की गलती न करें।
चेहरे की त्वचा पर बुरा असर- पेट के बल सोने से चेहरे का एक हिस्सा दबा रह जाता है, जिससे इसे पर्याप्त ऑक्सीजन नही मिल पाती। ऐसे में झुरियों और मुहांसे के समस्या होने लगती हैं।
जोड़ों के दर्द की समस्या- पेट के बल सोने से शरीर की हड्डियों पर भी प्रतिकूल असर होता है। ऐसा करने से जोड़ों तथा हड्डियों में दर्द की शिकायत होने लगती है।
पेट के बल सोने से सिरदर्द का होना- पेट के बल सोने से गर्दन एक तरफ़ मुड़ जाती है। इससे सिर में खून की आपूर्ति में कमी आती है और सिरदर्द होने लगता है।