बीमारियों को ठीक करने के लिए हम कई तरह के दवाओं का प्रयोग करते हैं और साथ ही साथ हम कई डॉक्टरों के चक्कर में लगाते रहते हैं। परंतु क्या आपको मालूम है कि हमारे घरेलू नुस्खे में भी बीमारी को चित्रलेखा का छुपा है । यहाँ मैं बात कर रहा हूं आप प्रतिदिन उपयोग में आने वाले मसालों के बारे में ।
आपके घर में जो आप मसाला यूज़ करते हैं वह भी आपके आयुर्वेदिक औषधि के रूप में आपको आखिर चिकित्सा का भरपूर साधन मुहैया कराता है हम बात कर रहे हैं राई। मसलों में राई सामान्यता सभी के घरो मे आसानी से उपलब्ध होता है। यह न सिर्फ हमारे खाने का स्वाद बढ़ाता है बल्कि कई बीमारियों को ठीक करने में भी लाभकारी है।इसे सरसो भी कहा जाता है।
♂️ राई खाने के कई फायदे है।
हृदय विकार -घबराहत, व्याकुल मन के साथ हृदय में कम्पन अथवा बेदना की स्थिति में मरीज़ के हाथ - पैरों पर राई मलने से उसे राहत मिलती है ।
हिचकी आना - चम्मच भर राई लेकर पानी में उबाल कर छान ले। फिर गुनगुना होने पर यह पानी पिए , तुरंत आराम आएगा ।
बढ़ता गंजापन- राई के हिम या फाट से सिर धोते रहने से खोये बाल फिर से बाल उगने शुरू हो जाते है।
गर्भाशय - किसी कारण से कष्ट शूल या दर्द प्रतीत हो रहा हो तो कमर या नाभि के निचें राई की पुल्टिस का प्रयोग बार-बार करना चाहिए। तुरंत लाभ मिलेगा।