दूध पीने से बहुत-सी बीमारियों में मिलती हैं राहत

भारतीय खान-पान में दूध का विशेष महत्त्व है. विभिन्न चिकित्सा पद्धतियों ने इसके गुणों के कारण इसे एक सम्पूर्ण आहार माना है. हमारे शरीर के संपूर्ण विकास के लिए जिन तत्वों की जरूरत होती है वे सभी दूध मेंप्रचुर मात्रा में मिलते हैं. शरीर के लिए इन सभी तत्त्वों की पूर्ति अकेला दूध ही करता है.

सबसे अच्छी बात यह है कि बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक हर कोई इसे सरलता से पी व पचा सकता है. चिकित्सकोंं का बोलना है कि खाने के एक घंटे बाद दूध पीने से बहुत-सी बीमारियों में राहत मिलती है.
गर्मी में दूध शक्कर मिलाकर गर्म करें. फिर ठंडा करने के बाद पाचन क्षमता के अनुसार ले सकते हैं. दूध व चावल की खीर बनाकर लेने से गर्मी में राहत मिलती है. ड्राइफ्रूट्स जैसे बादाम, काजू आदि मिलाकर भी दूध का सेवन किया जा सकता है. इस मौसम में दूध में पीपली, अदरक, सौंठ न मिलाएं, इससे शरीर में गर्मी बढ़ेगी. दिल रोग या कैल्शियम संबंधी कठिनाई में दूध को अर्जुन की छाल के साथ उबालकर क्षीरपाक बनाकर लें.
त्वचा पर निखार लाने के लिए भी दूध का प्रयोग किया जाता है. दूध की तासीर ठंडी होती है. इसलिए गर्मी का प्रभाव कम करने के लिए इस मौसम में ठंडा दूध पीना भी लाभकारी है. एक्सपर्ट के अनुसार प्रातः काल दूध पीने से बचना चाहिए. इससे बॉडी में एसिड का लेवल बढ़ता है, जिससे एसिडिटी हो सकती है.

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