आज के इस व्यस्तता भरे माहौल में सुबह उठने से लेकर रात के सोने तक 1 मिनट की फुर्सत नहीं होती और वहां 40 वर्ष की उम्र पार कर जाना अपने आप में काफी मानी जाती है ।
30 की उम्र के बाद ऐसे ही परेशानियां हमें घेरना शुरू कर देती है । तो 40 के बाद यह होना लाजिमी हो जाता है इसलिए हमें कुछ ज्यादा सतर्कता बरतनी पड़ती है।
पुरुषो के मुकाबले महिलाओं को बीमारियाँ ज्यादा जल्दी घेरती हैं| जब बात चालीस वर्ष के ऊपर की हो तो यह और भी ज्यादा लाजिमी है| फिलहाल हम आपको कुछ ऐसे टेस्ट के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें आपको 40 के बाद हर माह कराने चाहिए|
ब्लड प्रेशर की जांच कराएं| इससे हृदय को कम खतरा रहेगा|
आज के व्यस्त माहौल में अनियंत्रित खानपान या कुछ भी खा लेना कई बीमारियों को बढ़ावा देता है। और लोगों में देखा जा रहा है। काम के तनाव के कारण उनके अंदर बीपी बढ़ने के चांसेस बढ़ जाते हैं।
हर तीसरे महीने में हृदय की पूरी जांच कराएँ|
40 की उम्र के बाद हृदय रोग के हृदय के रोगों का खतरा बढ़ जाता है । इसलिए हम बताएंगे आपको कि आप हर 3 महीने के बाद अपना जांच अवश्य कराएं।
कम्पलीट ब्लड टेस्ट कराने से आपके शरीर और ब्लड से जुडी सभी बीमारियों का पता लग जाता है|
40 की उम्र के बाद शरीर में अनियंत्रित रक्त का बहाव शुरू हो जाता है । जिससे हमें रक्त संबंधी कई सारी बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। अतः हम आपको बताएंगे कि ,आप अपना कंपलीट ब्लड टेस्ट कम से कम करवा एक बार जरूर करवाएं साल में।
उम्र बढ़ने के साथ थाइरोइड का खतरा बढ़ता है| इसलिए इसकी भी जांच करानी चाहिए|
महिलाओं में अक्सर देखा गया है कि 40 की उम्र के बाद उनके अंदर थायराइड की संभावना ज्यादा होती है। इसलिए आपको थायराइड का भी जांच अवश्य करवाना चाहिए और यह सब आप डॉक्टर की सलाह मशविरा के बाद ही करेंगे।
एसटीडी, विटामिन्स और कैल्शियम की भी जांच समय समय पर कराते रहना चाहिए|
समय के साथ हमारे शरीर की कई साड़ी उपापचय ही किया है अनियंत्रित हो जाती हैं जिसके कारण गेस्ट है या यूं कहें सीटी विटामिन और कैल्शियम की मात्राएं अपना काम सही तरीके से नहीं कर पाते जिसके कारण हमारे शरीर में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है